नदी में पानी का लेवल कम करते ही घाटों पर काई की परत नजर आने लगी, लोग फिसलकर गिर रहे
भीषण गर्मी में शिप्रा नदी का जल स्तर इतना बढ़ गया कि रविवार को रामघाट स्थित छोटी रपट के ऊपर से पानी बहने लगा। इससे लोगों के डूबने का खतरा और बढ़ गया। मामला कलेक्टर नीरजकुमार सिंह तक पहुंचा तो उन्होंने नगर निगम आयुक्त को निर्देश देकर तत्काल नदी में पानी का लेवल तीन फीट कम कराया। जल स्तर कम होते ही घाट के सभी प्लेटफाॅर्म पर काई की हरी परत दिखने लगी, अब इसकी सफाई में ताकत लगाना होगी, नहीं तो लोग फिसलकर हादसे के शिकार होंगे।
शिप्रा नदी में स्नान के लिए प्रतिदिन कई शहरों से तीर्थयात्री आते हैं तथा जैसे ही वे घाट पर स्नान के लिए पानी में पैर रखते हैं, वहां प्लेटफाॅर्म पर इतनी काई होती है कि फिसलकर नदी में गिरते हैं और इसी कारण वे गहरे पानी में जाकर डूबने तक लगते हैं। घाट की सीढ़ियों और प्लेटफाॅर्म पर काई न जमे, इसके लिए हर सप्ताह सफाई अभियान की आवश्यकता है, क्योंकि बाहर के तीर्थयात्री यहां स्नान को जैसे ही नदी में उतरते हैं, वे काई की वजह से फिसलते हैं व घायल होते हैं। मुख्य घाटों पर प्राथमिक चिकित्सा सुविधा तक नहीं है।
सोमवार को दत्त अखाड़ा घाट पर पैर फिसलने से राजस्थान के दो श्रद्धालु डूबने लगे, बचाया
सोमवार दोपहर करीब 12.30 बजे दत्त अखाड़ा घाट पर राजस्थान निवासी रामनिवास दो साथियों के साथ नदी में स्नान को उतरे, तभी पैर फिसलने से रामनिवास व एक साथी गहरे पानी में चला गया व डूबने लगा। लोगों ने शोर मचाया तो एसडीईआरएफ जवान अजय जैन व अन्य ने दोनों को बचाया। प्लाटून कमांडर हेमलता पाटीदार ने बताया कि तत्काल जवान नदी में कूद गए, जिसके चलते दोनों लोग सुरक्षित है।