उपधान तप पूर्णाहुति पर माला परिधान महोत्सव का आयोजन, आचार्यश्री के प्रवचन भी हुए
उज्जैन | अभ्युदयपुरम् के श्री कल्याण मंदिर तीर्थ में मालव मार्तंड आचार्यश्री मुक्तिसागर सूरीश्वरजी महाराज एवं जाप ध्यान निष्ठ आचार्यश्री अचल मुक्तिसागर सूरीजी महाराज की निश्रा में उपधान तप पूर्णाहुति पर माला परिधान महोत्सव का आयोजन किया गया।
ट्रस्ट सचिव संजय जैन और सुभाष दुग्गड़ ने बताया कि प्रथम माला पहनने का सौभाग्य उज्जैन के ही कांताबेन राजेंद्रकुमार बांठिया को मिला। इस प्रसंग पर आचार्यश्री मुक्तिसागर सूरीजी ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री हो या राष्ट्रपति अथवा कोई राजा, महाराजा, सम्राट या चक्रवर्ती राजा को भी जो सम्मान नहीं मिल सकता, वह सम्मान इन उपधान के तपस्वियों को आज मिलने जा रहा है। तीन लोक के नाथ तीर्थंकर परमात्मा के सामने राजा या चक्रवर्ती तो क्या इंद्रलोक के इंद्र महाराज को भी सम्मानित नहीं कर सकते, जबकि चारों दिशा में ये प्रभु प्रतिमा खुली होगी और इन सभी तपस्वियों को मोक्ष माला पहनाई जाएगी। इस प्रसंग पर साध्वी हेमेंद्र श्रीजी, साध्वीश्री पद्मलता श्रीजी, साध्वीश्री शीलरेखा श्रीजी आदि 50 साध्वीवर्या भी उपस्थित रहे। उपधान तप का संपूर्ण लाभ पूना के ज्योति बहन नलिनकांत दलाल ने किया। ट्रस्ट मंडल ने उन्हें अभिनंदन पत्र भेंटकर सम्मानित किया। आचार्यादि गुरु भगवंतों का कामली वहराने का लाभ सेलवाड़िया परिवार एवं सभी तपस्वियों को अभिनंदन पत्र सहित बहुमान का लाभ चौधरी परिवार देपालपुर वालों ने लिया।