सीएमएचओ का औचक निरीक्षण
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी की टीम ने निजी अस्पतालों का औचक निरीक्षण किया। टीम ने शहर के 9 निजी अस्पतालों में अग्नि सुरक्षा के इंतजाम चैक किए। इस दौरान डेमो करवाकर सुरक्षा तैयारी की हकीकत भी पता की। कई जगह खामियां सामने आई है, जिस पर अस्पताल प्रबंधकों को नोटिस दिए गए हैं व कार्रवाई के लिए कदम उठाया जा रहा है।
सीएमएचओ डॉ. अशोककुमार पटेल ने बताया कि निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य अस्पतालों में स्थापित अग्नि सुरक्षा प्रणाली की कार्यक्षमता को परखना था। इस दौरान अपना अस्पताल की अग्नि सुरक्षा प्रणाली को मानकों के अनुरूप नहीं पाया गया। अस्पताल प्रशासन को इस खामी को दूर करने के लिए तीन दिनों का समय दिया गया है।
यह निरीक्षण प्रक्रिया नियमित रूप से की जाएगी और अन्य अस्पतालों की भी इसी प्रकार जांच की जाएगी। निरीक्षण के दौरान यह भी पाया कि कुछ अस्पतालों को नवीनीकरण प्रमाण-पत्र प्राप्त करने में देरी हो रही है। इस मुद्दे को सीएमएचओ ने संबंधित विभाग के संज्ञान में लाते हुए प्रक्रिया में तेजी लाने का अनुरोध किया है।
इन अस्पतालों की जांच की गई: पाटीदार अस्पताल, अपना अस्पताल, ग्लोबल अस्पताल, पटेल अस्पताल, एसएस अस्पताल, तेजनकर अस्पताल, पुष्पा मिशन अस्पताल, देशमुख अस्पताल, बालाजी अस्पताल।
अस्पतालों में अग्नि सुरक्षा ऑडिट सबसे जरूरी प्रक्रिया
अस्पतालों में अग्नि सुरक्षा प्रणाली की जांच अत्यंत महत्वपूर्ण है। अस्पतालों में बड़ी संख्या में मरीज, स्टाफ और आगंतुक होते हैं और किसी भी प्रकार की अग्नि दुर्घटना से बड़े पैमाने पर जानमाल का नुकसान हो सकता है। अग्नि सुरक्षा ऑडिट सुनिश्चित करता है कि अस्पताल में आग लगने की स्थिति में सभी आवश्यक उपकरण और उपाय सक्रिय रूप से कार्य कर रहे हैं। सीएमएचओ ने कहा कि इस प्रकार की नियमित जांच और सुधार प्रक्रिया से अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जा सकेगा और भविष्य में संभावित खतरों से बचाव किया जा सकेगा।