विद्यार्थियों ने गेट बंद कर धरना दिया
विक्रम विश्वविद्यालय के एग्रीकल्चर के विद्यार्थियों ने शुक्रवार को फिजिक्स डिपार्टमेंट में जमकर हंगामा किया। गेस्ट फैकल्टी व एचओडी से कहासुनी होने पर ये नौबत आई, जिसके चलते डिपार्टमेंट का गेट बंद कर विद्यार्थी बाहर धरने पर बैठ गए। काफी देर तक फैकल्टी वर्षा पटेल व एचओडी डॉ. राजेश टेलर के खिलाफ विद्यार्थियों ने नारेबाजी की।
हंगामे की खबर लगते ही मौके पर पहुंचे कुलपति प्रो. अखिलेशकुमार पांडेय व माधवनगर पुलिस ने समझाइश दी, तब विद्यार्थी मानें। बीएससी एग्रीकल्चर के विद्यार्थियों की इन दिनों मिड टर्म परीक्षा चल रही है। शुक्रवार को भी पेपर था। छात्र मीत छाजेड़ व रोहित आंजना का कहना था कि दोपहर 12 बजे तक परीक्षा कक्ष में कोई नहीं था।
इस दौरान छात्र मस्ती मजाक करने लगे, तभी मैडम पटेल जिनसे विद्यार्थियों की कहासुनी हो गई। एचओडी डॉ. टेलर भी आ गए। उनके सामने मैडम ने कहा कि या तो ये रहेंगे या मैं रहूंगी। सभी को फेल कर दूंगी, देखती हूं कैसे पास होते हैं। यह कहते हुए मैडम बाहर चली गईं व एचओडी वापस अंदर आए व हमसे बोले कि तुम्हारी टांगे तोड़ दूंगा व घसीटते हुए बाहर करूंगा। एचओडी व गेस्ट फैकल्टी के इसी बर्ताव को लेकर विरोध प्रदर्शन किया।
कुलपति ने कहा कि मामूली बात थी। मौके पर पहुंच बच्चों व गेस्ट फैकल्टी तथा एचओडी से भी बात की गई। विक्रम विश्वविद्यालय में गेट बंद कर हंगामा करते विद्यार्थी। एक दिन पूर्व शिक्षक से अभद्र व्यवहार पर अभिभावकों को पत्र लिखा था ये बात सामने आई है कि विवाद की मूल वजह एक दिन पूर्व 30 मई को मिड टर्म परीक्षा के दौरान महिला शिक्षक से अभद्रता की घटना हुई थी।
इसे लेकर एचओडी ने छात्र छाजेड़ व आंजना के अभिभावकों को पत्र लिख दो दिन में विभागाध्यक्ष कृषि विज्ञान से संपर्क करने का कहा था। लिखा था कि आपके बच्चे ने महिला शिक्षिका से अभद्रता की है, जो अनुशासनहीनता की परिधि में आती है। आप उपस्थित नहीं होते हैं तो आपके पुत्र के खिलाफ एकतरफा अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए आगामी परीक्षा में बैठने से वंचित किया जाएगा। बताया जा रहा है कि ये हंगामा शुक्रवार को इसी वजह से हुआ।