भाई को छोड़ने निकले युवक ने शिप्रा नदी में कूदकर जान दी, आत्महत्या से पहले पत्नी को मैसेज भेजा- मैं वापस नहीं आऊंगा
घर से भाई को छोड़ने निकले एक युवक ने मंगलवार सुबह उज्जैन-नागदा बायपास स्थित शांति पैलेस के पास ब्रिज पर शिप्रा नदी में कूद कर जान दे दी। आत्महत्या से पहले उसने पत्नी को मोबाइल पर मैसेज किया कि मैं अब जीना नहीं चाहता।
मैं वापस नहीं आऊंगा और आत्महत्या करने जा रहा हूं। उसका सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें उसने परेशान करने वाले लोगों के नाम का जिक्र किया है। हालांकि पुलिस अधिकारियों का कहना है कि युवक कर्ज से परेशान था। मामले में अब परिजनों के बयान के बाद ही आत्महत्या का कारण स्पष्ट हो पाएगा।
नीलगंगा थाना पुलिस ने बताया तिरुपति प्लेटिनम कॉलोनी में रहने वाला 30 वर्षीय विश्वास पिता भगवानदास मालानी मंगलवार सुबह रोज की तरह अपने छोटे भाई को लेकर उसे इंदौर की बस में बैठाने के लिए घर से निकला था। उसका छोटा भाई इंदौर में प्राइवेट नौकरी करता है। छोटे भाई को छोड़ने के बाद वह काफी देर तक घर नहीं आया। इसके बाद विश्वास ने अपनी पत्नी को मोबाइल पर मैसेज किया कि मैं अब जीना नहीं चाहता हूं और मैं अब वापस नहीं आऊंगा। आत्महत्या करने जा रहा हूं।
सुबह करीब 8.45 बजे उसने अपना मोबाइल भी बंद कर लिया। इधर, अचानक आए विश्वास के इस मैसेज से पत्नी सहित विश्वास के परिजन स्तब्ध रह गए। उन्होंने नीलगंगा थाने पहुंचकर इसकी जानकारी दी। इसी बीच पुलिस को सुबह करीब 11 बजे उज्जैन-नागदा बायपास स्थित शांति पैलेस होटल के पीछे स्थित शिप्रा ब्रिज के नीचे एक युवक के डूबने की सूचना मिली। जहां विश्वास की लाश नदी में मिली। कुछ दूरी पर विश्वास की बाइक मिली।
वहीं नदी के किनारे पर ही उसकी चप्पलें पड़ी मिली। घटना की सूचना मिलते ही समाज के कई लोग अपने प्रतिष्ठान बंद कर जिला चिकित्सालय पहुंच गए थे। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द किया गया। देर रात विश्वास का अंतिम संस्कार हुआ। एडिशनल एसपी गुरुप्रसाद पाराशर ने बताया परिजनों के बयान लेने के बाद आत्महत्या का कारण स्पष्ट हो सकेगा।