राजमाता माधवी राजे सिंधिया की अस्थियां शुक्रवार सुबह उज्जैन लाई गईं
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां राजमाता माधवी राजे सिंधिया की अस्थियां शुक्रवार सुबह उज्जैन लाई गईं। यहां सुबह करीब 11:57 बजे मुहूर्त में पूजन के बाद अस्थियों को शिप्रा नदी में प्रवाहित किया जाएगा।
अस्थि कलश को दर्शन के लिए सुबह सख्याराजे धर्मशाला पर रखा जाएगा। एक घंटे तक दर्शन के बाद अस्थि कलश यात्रा निकाली जाएगी। इसके लिए रथ को तैयार किया गया है। रथ पर माधवी राजे सिंधिया का पोस्टर लगाया गया है। यात्रा देवास गेट मालीपुरा, कंठाल गोपाल मंदिर होते हुए रामघाट पहुंचेगी।
15 मई को दिल्ली में ली थी अंतिम सांस
बता दें कि 15 मई को राजमाता माधवी राजे सिंधिया का दिल्ली के एम्स में निधन हाे गया था। 16 मई को ग्वालियर में छत्री परिसर में उनका अंतिम संस्कार किया गया था।
ग्वालियर से राजमाता माधवी राजे का दूसरा कलश गुरुवार को शिंदे मंडली के सदस्य पांडु रंगा राव और महल के अधिकारी संग्राम सिंह कदम उज्जैन लेकर गए हैं। यहां इलाहाबाद घाट पर विसर्जन किया जाएगा। यह माधवी राजे की अस्थियों का तीसरा कलश होगा।सिंधिया राजघराने से जुड़े डॉ. विजय त्रिवेदी ने बताया कि यात्रा में सिंधिया राजघराने के लोग शामिल हो सकते हैं। रामघाट पर विधि विधान से पूजन अर्चन के बाद अस्थियों को शिप्रा नदी में प्रवाहित किया जाएगा। विजय त्रिवेदी का कहना है कि पात्र फल फूल और पूजन की अन्य सामग्री तैयार है। आज कलश नदी पर आने के बाद कलश को नदी के रामघाट पर रखकर विधि विधान से पूजन कर अस्थियों को विसर्जित किया जाएगा। पूजन भी मुहूर्त में होगा।