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बार-बार अचानक से बिजली गुल होने की समस्याओं से प्रसूताओं को भी जूझना पड़ रहा है


बार-बार अचानक से बिजली गुल होने की समस्याओं से प्रसूताओं को भी जूझना पड़ रहा है। ऐसा ही एक मामला पीपलीनाका स्थित शासकीय जीवाजीगंज अस्पताल का सामने आया है। यहां 20 मई की रात करीब 11.30 बजे डिलेवरी के दौरान अचानक बिजली गुल हो गई। ऐसे में लेबर कक्ष में अंधेरा छा गया लेकिन अस्पताल की स्टाफ नर्स, आया बाई ने मोबाइल टॉर्च की मदद से प्रसूति कराई। प्रसूता को घबराहट होने लगी। जच्चा व बच्चा सुरक्षित व स्वस्थ है।

मामला सीएमएचओ तक भी पहुंचा तो उन्होंने कहा कि बिजली की समस्या तो आगे भी इसी तरह हो सकती है, इसलिए इन्वर्टर ही हल है। चिंतामन जवासिया निवासी सुनीता पति नीतेश 20 साल को परिजन शासकीय जीवाजीगंज अस्पताल लेकर पहुंचे थे, यहां रात में उसे दर्द उठने के बाद ​दो स्टाफ नर्स व आया बाई तत्काल लेबर रूम में ले गई।

ड्यूटी डॉक्टर स्टाफ नर्सों के साथ डिलेवरी करवा रही थी, तभी अस्पताल की बिजली गुल हो गई। प्रसूता को काफी दर्द हो रहा था व बिजली बंद होने से वह घबराने लगी, ऐसे में जच्चा-बच्चा दोनों को दिक्कत हो सकती थी। तत्काल आया बाई व दोनों स्टाफ नर्स ने मोबाइल टॉर्च से रोशनी की। घरवालों ने भी मदद की, जिसके चलते सुरक्षित प्रसूति हो सकी।

नागदा, खाचरौद व बड़नगर समेत महिदपुर में इसी माह से शुरू होगी सुविधा उज्जैन | गर्भवती महिलाओं के लिए गांव के ही सरकारी अस्पतालों में अब सोनोग्राफी सुविधा मिलेगी। महिलाओं को उज्जैन चरक अस्पताल तक सोनोग्राफी के लिए नहीं आना पड़ेगा। उन्हें परेशानी न हो, इसलिए स्वास्थ्य विभाग ने ये प्रयास किया है। इसी माह जिले में चार जगह सोनोग्राफी की सुविधा गर्भवती महिलाओं को मिलने लगेगी। अन्य मरीजों को भी इसका फायदा होगा।

शहर के माधवनगर अस्पताल में भी जल्द मरीजों को सोनोग्राफी की सुविधा मिल पाएगी। हर महीने पूरे जिले में गर्भवती महिलाओं के लिए जांच शिविर लगाए जाते हैं व गांवों में उन्हें सोनोग्राफी के अभाव में शिविर के बाद उज्जैन ही आना पड़ता है। इसी को ध्यान में रखते हुए जिले के नागदा, खाचरौद, बड़नगर और महिदपुर के शासकीय अस्पताल में सोनोग्राफी कक्ष बनाए जा रहे हैं व मशीनें लगाई जाएगी। बुधवार को सीएमएचओ डॉ. अशोककुमार पटेल ने सोनोग्राफी इंतजाम के लिए नागदा, खाचरौद, बड़नगर व महिदपुर के शासकीय अस्पताल का जायजा लिया।

सीएमएचओ डॉ. पटेल ने बताया गर्भवती महिलाओं को अब सोनोग्राफी के लिए शहर तक नहीं आना पड़ेगा, उनके लिए गांव के ही सरकारी अस्पताल में सोनोग्राफी की सुविधा मुहैया करवा रहे हैं। नए शहर के माधवनगर अस्पताल में भी सोनोग्राफी के लिए तैयारी कर ली गई है। यहां भी सोनोग्राफी की सुविधा नहीं थी।

स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज अस्पताल प्रभारी डॉ. सरली जैकब ने बताया कि डॉक्टर के साथ स्टाफ नर्स, आयाबाई ने सुरक्षित डिलेवरी करवा दी। जच्चा, बच्चा दोनों स्वस्थ्य है व बुधवार को प्रसूता को ​डिस्चार्ज कर दिया। रात में प्रसूति के समय ही बिजली गुल पहली बार हुई है।

इन्वर्टर लगवा रहे हैं ^अस्पताल स्टाफ ने बिजली गुल होने के बावजूद सुरक्षित डिलेवरी करवा दी। बिजली की समस्या आगे भी हो सकती है, इसलिए वै​कल्पिक इंतजाम जरूरी है। अस्पताल में इन्वर्टर लगवा रहे हैं, ताकि प्रसूताओं को परेशानी न हो। डॉ. अशोककुमार पटेल, सीएमएचओ

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