बत्ती गुल पर सीई ने जिले के डीई की ली क्लास, अब हर जोन व केंद्र पर 24 घंटे कर्मचारी रहेंगे
कॉलोनियों व घरों की सप्लाई बंद होने और समय पर सुधार कार्य नहीं होने को लेकर बिजली कंपनी के सीई मुख्य अभियंता बीएल चौहान ने बुधवार को शहर व जिले के डीई की क्लास ली है। उन्होंने आदेश दिए हैं कि हर जोन व विद्युत वितरण केंद्र पर 24 घंटे एक-एक कर्मचारी रहेंगे, जो कि लोगों की बिजली संबंधित शिकायतों को सुनेंगे और फिल्ड के अमले को अवगत करवाकर बिजली समस्या का निराकरण करवाएंगे।
उन्होंने पूछा कि कहां क्या कमी है, संसाधन या मैन पॉवर कम है तो उसकी सूची बनाई जाए, ताकि समस्या का हल निकाला जा सके। सिंगल लाइन है तो डबल किए जाने का प्रस्ताव बनाकर दिया जाए। फीडर लंबे हैं तो डीटीआर लगाए जाए, ताकि सप्लाई में आ रही बाधा को दूर किया जा सके। उन्होंने आदेश दिए कि रिस्पांस टाइम में सुधार कार्य पूर्ण किया जाए। उपभोक्ताओं की बिजली संबंधी शिकायतों को सुनकर उनका प्रॉपर निराकरण किया जाए।
उन्होंने यह भी कहा कि इंदौर रोड, देवास रोड व सिंहस्थ बायपास आदि पर शहर बढ़ रहा है, जिसके मान से बिजली के प्रस्ताव तैयार किए जाए। स्काडा सिस्टम में तीन शिफ्ट के दौरान उपस्थित परीक्षण सहायक हर दिन जोन कार्यालय के लैंडलाइन नंबर को तीन शिफ्ट में रैंडम समय में फोन लगाकर चैक करेंगे कि नंबर चालू है व संबधित जोन के कर्मचारी इन्हें अटैंड कर रहे हैं या नहीं, यह चैक करने के बाद रिपोर्टिंग की जाएगी। इसके लिए अधिकारियों की जिम्मेदारी तय कर दी गई है।
दूसरी तरफ बिजली बंद होने से लोगों को हुई परेशानी को लेकर बिजली कंपनी के एसई पीएस चौहान की ओर से बुधवार को सफाई दी कि महानंदानगर जोन के अंतर्गत 200 केवीए ट्रांसफार्मर की अर्थिंग में खराबी आई थी, इस ट्रांसफार्मर से मात्र 76 उपभोक्ता संयोजित हैं। बिजली कंपनी की मेंटेनेंस टीम ने रात में सुधार कार्य पूर्ण कर सप्लाई को चालू कर दिया था लेकिन इसी ट्रांसफार्मर पर फिर से निम्न दाब लाइन की केबल में फाल्ट होने पर बिजली सप्लाई बंद हो गई थी। उनका तर्क है कि केवल सनराइज सिटी के ही उपभोक्ताओं की बिजली बंद हुई थी, आधे शहर की बिजली बंद नहीं हुई।