अब पुलिस की प्रत्याशियों की गतिविधि पर भी नजर खुफिया टीम कार्यकर्ता बनकर जानकारी जुटाएगी
पुलिस की नजर अब प्रत्याशियों की गतिविधि पर भी रहेगी। 29 को चुनाव आयोग के आब्जर्वर आने वाले है। उनके आते ही पुलिस-प्रशासन की संयुक्त टीमें राजनीतिक दलों की एक-एक गतिविधि पर नजर रखेगी व भीड़ में कार्यकर्ता बनकर सबकुछ पता लगाएगी। चुनाव आयोग की तरफ से मिले फरमान के बाद ये कसावट व घेराबंदी की जा रही है ताकि मतदाताओं को प्रलोभित नहीं किया जा सका और न ही कोई पैसा, शराब व साड़ी बांटने समेत अन्य अवैध गतिविधि न कर पाए। आब्जर्वर सीधे चुनाव आयोग की तरफ से तैनात है व वे उन्हीं को सारी रिपोर्ट देंगे।
वे हर तरह की प्रक्रिया पर नजर रखेंगे व शिकायतों को भी क्राॅस चेक करेंगे। 29 को आब्जर्वर के आने पर पुलिस कंट्रोल रूम पर मीटिंग के बाद किस तरह से राजनीतिक दलों पर बारीकी से नजर रखी जाए, इसकी प्लानिंग होगी। पारदर्शी चुनाव के लिए पुलिस की टीमें पूरे जिले की सातों विधानसभा में घूमकर प्रत्याशियों की उन गतिविधियों पर नजर रखेगी जो मतदाताओं को प्रलोभित व चुनाव को प्रभावित न करे। इसके लिए खुफिया टीम के सदस्य आम जनता की तरह ही राजनीतिक दलों के बीच रहकर जानकारी जुटाएंगे व नजर रखेंगे।
सीआरपीएफ की महिला कंपनी भी वाहनों की सर्चिंग कर रही
नाकों की चैकिंग भी और सख्त कर दी गई है। पूरे जिले में जितने भी 32 नाका पोस्ट बनाए गए है सभी पर सीआरपी टीमों के जवान भी रहेगें व सीआरपी की महिला कंपनी को भी वाहनों की चेकिंग व तलाशी में जुटाया गया है। सीआरपीएफ की महिला कंपनी शराब, नोटों के अवैध परिवहन का पता लगाने के लिए सशस्त्र बल के साथ रात में भी शहर की सीमा में आने-जाने वाले चौपहिया समेत अन्य वाहनों की सर्चिंग कर रही है।
एसपी सचिन शर्मा ने बताया कि 29 अक्टूबर को आब्जर्वरों के आने के बाद चुनावी सुरक्षा इंतजाम और प्रभावी करते हुए कार्रवाई तेज की जाएगी। आमजनता के लिए पुलिस कंट्रोल रूम की हेल्प लाइन 07342525253 है इस पर वे चुनाव संबंधी गोपनीय सूचना दे सकते हैं। सूचना के आधार पर तत्काल टीम जांच कर कार्रवाई करेगी।