सूर्य को अर्घ्य देने से बीमारियों से मिलता है छुटकारा
रथ सप्तमी पर भगवान सूर्य की पूजा की जाती है। यह पूजा माघ महीने के शुक्ल पक्ष की सप्तमी पर की जाती है। इसे माघ सप्तमी और सूर्य जयंती (Lord Sun Birth Day) भी कहते हैं। मान्यता है कि इसी दिन भगवान सूर्य ने सृष्टि में उजाला फैलाना शुरू किया था। इसीलिए इसे सूर्य जयंती के रूप में भी मनाया जाता है। रथ सप्तमी 2023 इस साल शनिवार 28 जनवरी को पड़ रही है। इस दिन सुबह 5.18 बजे स्नान का मुहूर्त है, जो सुबह 7.02 बजे संपन्न होगा।रथ सप्तमी (Rath Saptami 2023) तिथि की शुरुआत 27 जनवरी सुबह 9.10 बजे हो रही है, जबकि यह तिथि 28 जनवरी सुबह 8.43 बजे संपन्न हो रही है। रथ सप्तमी तिथि को साल भर की सभी सप्तमी सर्वश्रेष्ठ माना जाता है।
रथ सप्तमी महत्व (Rath Saptami Puja Vidhi): रथ सप्तमी बहुत शुभ दिन माना जाता है, इस दिन दान पुण्य का बहुत महत्व है। मान्यता है कि इस दिन व्रत से सात प्रकार के पापों का नाश हो जाता है। इस दिन अरुणोदय के वक्त पवित्र नदी में स्नान कर पूजा और दान पुण्य किया जाता है। कहा जाता है कि इस दिन स्नान के बाद सूर्य देव को अर्घ्य दिया जाता है, घी के दीये, धूप जलाए जाते हैं और लाल अर्पित किया जाता है। मान्यता है कि इससे मनुष्य बीमारियों से मुक्त होता है। इसलिए इसे आरोग्य सप्तमी भी कहा जाता है।