खरमास खत्म होते ही शुभ कार्य शुरू
मकर संक्रांति पर्व के साथ ही खरमास समाप्त हो गया है और सभी शुभ कार्यों की शुरुआत हो चुकी है। खरमास के चलते बीते एक माह से शुभ कार्यों पर पाबंदी लगी हुई थी, लेकिन सूर्य देव के मकर राशि के प्रवेश के साथ ही खरमास खत्म हो चुका है और अब शादी, सगाई, मुंडन, गृह प्रवेश जैसे सभी मांगलिक कार्य बगैर किसी चिंता के संपन्न हो सकेंगे। हिंदू पंचांग के मुताबिक मकर संक्रांति के बाद शादी का पहला मुहूर्त 16 जनवरी को है और इसके बाद 29 जून 2023 को देवशयनी एकादशी तक लगातार शादी के मुहूर्त रहेंगे और शहनाइयां गूंजेगी।हिंदू ज्योतिष के मुताबिक बसंत पंचमी का पर्व विवाह के लिए माना जाता है और इस साल बसंत पंचमी 26 जनवरी को मनाई जाएगी। शादी-विवाह के लिए बसंत पंचमी को अबूझ तिथि माना जाता है। धार्मिक मान्यता है कि जो लोग बसंत पंचमी के दिन से अपने वैवाहिक जीवन की शुरुआत करते हैं, उनका दांपत्य जीवन सुखमय रहता है। यही कारण है कि कई सामाजिक संस्थाएं बसंत पंचमी के दिन ही सामूहिक विवाह आयोजित करती है।