जानिए आयुष्मान सहकार योजना के बारे में
गांवों में स्वास्थ्य सेवा को बेहतर बनाने के लिए केंद्र सरकार ने एक और बड़ा कदम उठाया है। कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय ने आयुष्मान सहकार योजना की शुरुआत की है। इस अंतर्गत शीर्ष स्वायत्त विकास वित्त संस्थान राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम (एनसीडीसी) ने सहकारी समितियों द्वारा देश में स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए ब्लूप्रिंट तैयार किया है। केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री परोत्तम रूपाला ने बताया, आने वाले वर्षों में एनसीडीसी 10000 करोड़ रुपए तक का ऋण मुहैया कराएगा। इस आर्थिक सहायता से सहकारी संस्थाएं भी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल खोल पाएंगी। केंद्र द्वारा किए जाने वाले किसान कल्याण क्रियाकलापों को मजबूत करने की दिशा में यह योजना सहायक होगी। आयुष्मान सहकार योजना ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा पहुंचाने के तरीके में क्रांतिकारी बदलाव लाएगी।
एनसीडीसी के एमडी संदीप कुमार नायक के अनुसार, देश में 52 के करीब अस्पताल सहकारी समितियों द्वारा चलाए जा रहे हैं जहां बिस्तरों की संख्या 5,000 से अधिक है। एनसीडीसी निधि सहकारिताओं द्वारा स्वास्थ्य देखभाल सेवा के प्रावधान को मजबूती प्रदान करेगी ।
एनसीडीसी की योजना राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति 2017 पर ध्यान केंद्रित करने के साथ ही अपने सभी आयामों में स्वास्थ्य प्रणालियों को आकार देने के उद्देश्य से स्वास्थ्य में निवेश, स्वास्थ्य सेवाओं के संगठन, प्रौद्योगिकियों तक पहुंच, मानव संसाधन का विकास करने, चिकित्सा बहुलवाद को प्रोत्साहित करने, किसानों को सस्ती स्वास्थ्य देखभाल इत्यादि को सम्मिलित करती है। इसका स्वरूप- अस्पतालों, स्वास्थ्य सेवा, चिकित्सा शिक्षा, नर्सिंग शिक्षा, पैरामेडिकल शिक्षा, स्वास्थ्य बीमा एवं समग्र स्वास्थ्य प्रणालियों जैसे आयुष के साथ व्यापक है।
कोई भी सहकारी समिति जिसके उपनियमों में स्वास्थ्य देखभाल से संबंधित गतिविधियां संचालित करने के उपयुक्त प्रावधान हैं, एनसीडीसी निधि से राशि प्राप्त कर सकेगी । एनसीडीसी सहायता राज्य सरकारों/ केंद्र शासित क्षेत्रों के प्रशासनों के माध्यम से या योग्य सहकारिताओं को प्रत्यक्ष रूप से प्रदान की जाएगी । अन्य स्रोतों से सब्सिडी/अनुदान को संगठित किया जा सकता है ।
आयुष्मान सहकार मेंअस्पताल के निर्माण, आधुनिकीकरण, विस्तार, मरम्मत, नवीकरण, स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा के बुनियादी ढांचे के साथ निम्न को सम्मिलित किया गया है...
अस्पताल और / या मेडिकल / आयुष / दंत चिकित्सा / नर्सिंग / फार्मेसी / पैरामेडिकल / फिजियोथेरेपी कॉलेजों में स्नातक और / या स्नातकोत्तर कार्यक्रम चलाने के लिए,
योग कल्याण केंद्र,
आयुर्वेद, एलोपैथी, यूनानी, सिद्ध, होम्योपैथी अन्य पारंपरिक चिकित्सा स्वास्थ्य केंद्र
बुजुर्गों के लिए स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं
उपशामक देखभाल सेवाएं
विकलांग व्यक्तियों के लिए स्वास्थ्य देखभाल सेवाएँ
मानसिक स्वास्थ्य देखभाल सेवाएँ,
आपातकालीन चिकित्सा सेवाएँ और आघात केंद्र
फिजियोथेरेपी सेंटर,
मोबाइल क्लिनिक सेवाएँ,
हेल्थ क्लब और जिम,
आयुष फार्मास्युटिकल विनिर्माण,
औषधि परीक्षण प्रयोगशाला,
डेंटल केयर सेंटर,
नेत्र देखभाल केंद्र
प्रयोगशाला सेवाएं
डायग्नोस्टिक्स(निदान) सेवाएं
ब्लड बैंक/ रक्ताधान सेवाएं
पंचकर्म/थोक्कनम/ क्षार सूत्र चिकित्सा केंद्र,
यूनानी चिकित्सा पद्धति (इलाज बिल तदबीर) की रेजिमेंटल थेरेपी,
मातृ एवं शिशु देखभाल सेवाएँ,
प्रजनन और बाल स्वास्थ्य सेवाएं,
किसी भी अन्य संबंधित केंद्र या सेवाओं को एनसीडीसी द्वारा सहायता के लिए उपयुक्त माना जा सकता है
टेलीमेडिसिन और दूरस्थ सहायक चिकित्सा प्रक्रिया
रसद स्वास्थ्य, स्वास्थ्य देखभाल और शिक्षा
डिजिटल स्वास्थ्य से संबंधित सूचना और संचार प्रौद्योगिकी
बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (आई.आर.डी.ए.)द्वारा मान्यता प्राप्त स्वास्थ्यबीमा।