इस वरिष्ठ आईएएस अधिकारी और उनकी पत्नी को सलाम !
डॉ. चन्दर सोनाने
वर्तमान कोरोना काल में यदि किसी केंद्रीय मंत्री , मुख्यमंत्री या ब्यूरोक्रेट को कोरोना हो जाये तो वह तुरंत निजी अस्पताल की ओर दौड़ रहा है । ऐसे माहौल में मध्यप्रदेश के एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी श्री शिव शेखर शुक्ला और उनकी पत्नी श्रीमती अर्चना शुक्ला को कोरोना ने अपनी चपेट में ले लिया तो वे दोनों भोपाल के सरकारी हमीदिया अस्पताल में अपना इलाज कराने के लिए भर्ती हो गए । ये शुक्ला दम्पत्ति चाहते तो वे भी किसी भी अच्छे निजी अस्पताल में भर्ती हो सकते थे । किंतु उन्होंने उस सरकारी अस्पताल में भर्ती होकर सरकारी अस्पताल और उनकी व्यवस्थाओं पर भरोसा किया , जहाँ एक आम आदमी अपने इलाज के लिए भर्ती होता है ।
हम सबको याद है जब देश के नंबर दो माने जाने वाले और केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह को कोरोना हुआ तो वे दिल्ली के किसी सरकारी अस्पताल में नहीं बल्कि निजी अस्पताल में ही भर्ती हुए थे । ये ही नहीं देश के अन्य कई केंद्रीय मंत्री भी जब कोरोना से पीड़ित हुए तो वे भी निजी अस्पताल में ही भर्ती हुए हैं ।
अब बार करें प्रदेश की तो यहाँ भी जब मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को कोरोना हुआ तो वे भी किसी सरकारी अस्पताल में नहीं बल्कि निजी अस्पताल की ओर ही दौड़े जो रोज प्रदेश के अस्पतालों में नित नई सुविधाओं से लैस होने का राग अलापते हैं ! प्रदेश में और भी अनेको मंत्रियों और आईएएस , आईपीएस ऑफिसरों को कोरोना हो चुका है किंतु कोई भी माई का लाल सरकारी अस्पताल नहीं गया !
ऐसे माहौल में जब कोई वरिष्ठ लोक सेवक यदि कोरोना से ग्रसित होकर एक सामान्य लोक की तरह सरकारी अस्पताल में अपने इलाज के लिये भर्ती होता है तो सलाम तो बनता ही है ! शुक्ला दम्पत्ति ने अन्यों के सामने एक अनुकरणीय मिसाल कायम की है ।
यहाँ सहज ही एक बात स्पष्ट हो जाती है कि यदि देश के जिम्मेदार पदों पर बैठे कोई व्यक्ति जैसे केंद्रीय मंत्री , मुख्यमंत्री , ब्यूरोक्रेट आदि भी सरकारी अस्पतालों में अपना और अपने बच्चों का इलाज कराए तो उन अस्पतालों की हालातों में निश्चित रूप से सुधार होगा । वैसे ही यदि वे सब अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में पढ़ने के लिए भेजें तो वहाँ भी स्थिति सुधरेगी ही । किन्तु ऐसा हो नहीं रह है , यही चिंता और दुख का कारण है । ऐसी स्थिति में शुक्ला दम्पत्ति का आगे आना हम सब के लिए आशा की किरण है !
यहाँ प्रसंगवश याद आ रहे हैं दिल्ली के मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल ! इन्होंने अपने कार्यक्रमों में सर्वाधिक महत्व दिया है शिक्षा और स्वास्थ्य को । आज दिल्लीवासी ही नहीं बल्कि देश भर ले लोग ये बात जानते हैं कि देश में यदि कहीं सर्वोत्तम व्यवस्थाओं और सुविधाओं वाले सरकारी अस्पताल और स्कूल हैं तो वह दिल्ली में है । ऐसा आश्चर्यजनक और अनुकरणीय कार्य कर दिखाया है मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति से !
अब अंत में फिर एक बार अपने कार्य और व्यवहार से सभी जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के सामने एक अनुकरणीय मिसाल कायम करने के लिए श्री शिव शेखर शुक्ला और श्रीमती अर्चना शुक्ला को उन सब की ओर से सलाम , जो अभी भी सरकारी अस्पतालों और स्कूलों की स्थिति सुधरने के प्रति आशान्वित हैं ।
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