ई-कॉमर्स सेक्टर में नौकरियों की बहार, ये कंपनियां देंगी 70 हजार नौकरियां
आने वाले फेस्टिव सीजन में ई-कॉमर्स कंपनियां देश में लाखों लोगों को रोजगार देने जा रही है. अमेजन (Amazon) और ई-कॉम एक्सप्रेस (E-comm Express) के बाद अब वॉलमार्ट (Walmart) के स्वामित्व वाले फ्लिपकार्ट (Flipkart) ने भी इस बात की घोषणा की है. कोरोनाकाल में करोड़ों लोग अपनी नौकरियां गवां चुके हैं. ऐसे में फेस्टिव सीजन से पहले लोगों को अस्थाई तौर पर रोजगार मिलने की उम्मीद है, जिससे उनको थोड़ी सी राहत मिल सकेगी.
70 हजार लोगों को मिलेगा रोजगार
फ्लिपकार्ट ने कहा है कि त्योहारी मौसम से पहले और उसके बिग बिलियन डेज (Big Billion Days) बिक्री के दौरान देश में 70,000 से अधिक लोगों को त्योहारी मौसम में प्रत्यक्ष रोजगार और लाखों लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा. बेंगलुरु स्थित कंपनी ने कहा कि फ्लिपकार्ट की पूरी आपूर्ति श्रृंखला में प्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा होंगे, जबकि खुदरा दुकानों और बिक्री साझेदार केंद्रों में अप्रत्यक्ष नौकरियां पैदा होंगी.
इन लोगों को मिलेगा रोजगार
कंपनी ने एक बयान में कहा कि त्योहारी मौसम के दौरान बिक्री स्थानों से लेकर माल ढुलाई भागीदारों सहित सभी सहायक उद्योगों में रोजगार के मौके तैयार होंगे. त्योहारी बिक्री के दौरान कारोबार का एक बड़ा हिस्सा ई-कॉमर्स कंपनियों के खाते में जाता है और वे इस मौके का फायदा उठाने के लिए अपनी क्षमता बढ़ाने पर काफी निवेश करती हैं. पिछले साल फ्लिपकार्ट और उसकी प्रतिस्पर्धी कंपनी अमेजन ने त्योहारी बिक्री के दौरान 1.4 लाख से अधिक अस्थाई नौकरियों के सृजन की घोषणा की थी. फ्लिपकार्ट ने कहा कि वह त्योहारी बिक्री के दौरान क्षमता, भंडारण, छंटाई, पैकेजिंग, मानव संसाधन, प्रशिक्षण और वितरण के लिए भारी निवेश करतीं हैं, जो त्योहारी मौसम के दौरान अतिरिक्त रोजगार पैदा करने में मददगार है.
फ्लिपकार्ट के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (ई-कार्ट और मार्केटप्लेस) अमितेश झा ने कहा, ‘हम एक प्रभावशाली साझेदारी बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जो पूरे पारिस्थितिक तंत्र को आगे बढ़ने का मौका देता है.’ एक अलग बयान में फ्लिपकार्ट ने कहा कि वह अब ग्राहकों को वस्तु एवं सेवा कर पहचान संख्या (जीएसटीआईएन) पर चालान पाने में सक्षम बनाएगी, ताकि वे अपनी खरीद पर इनपुट टैक्स क्रेडिट का दावा कर सकें.