जीवन कौशल शिक्षा के अन्तर्गत कार्यशाला आयोजित
उज्जैन | गुरूवार को जीवन कौशल शिक्षा के अन्तर्गत कार्यशाला का आयोजन किया गया। उल्लेखनीय है कि जीवन कौशल शिक्षा जिले के सभी 202 हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूल में संचालित की जा रही है। इसके तहत सभी स्कूलों के दो-दो नोडल शिक्षकों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण सम्पन्न हो चुका है। गुरूवार को सभी प्राचार्यों का उन्मुखीकरण किया गया। कार्यशाला का उद्घाटन संयुक्त संचालक श्री आरके उपाध्याय, जिला शिक्षा अधिकारी सुश्री रमा नाहटे, सहायक संचालक श्री अभय तोमर एवं महिला सेवा संघ इन्दौर की संचालक श्रीमती अंजली अग्रवाल के द्वारा किया गया।
जीवन कौशल शिक्षा का जिला स्तर पर क्रियान्वयन का प्रतिवेदन श्री गिरीश तिवारी एडीपीसी आरएमएसए द्वारा प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर संयुक्त संचालक द्वारा सभी प्राचार्यों को निर्देशित किया गया कि जीवन कौशल शिक्षा को पूर्ण मनोयोग से सभी प्राचार्य अपनी शाला में लागू करें। आज की आपाधापी के युग में प्राचार्य, शिक्षक और विद्यार्थियों के लिये यह बेहद जरूरी है। जिला शिक्षा अधिकारी सुश्री रमा नाहटे द्वारा जीवन कौशल शिक्षा के महत्व पर सम्बोधन दिया गया। श्रीमती अंजली अग्रवाल द्वारा जीवन कौशल शिक्षा की पृष्ठभूमि रखते हुए विद्यार्थियों को तनावमुक्त प्रबंधन के द्वारा शिक्षित करने का लक्ष्य दिया गया और मोबाइल एप के माध्यम से शिक्षकों द्वारा प्रति सप्ताह अध्यापन सत्र के बाद ऑनलाइन रिपोर्ट फिडिंग का अनुरोध किया गया। साथ ही अधिक से अधिक सत्रों की फिडिंग हो सके, इस हेतु प्रयास करने के लिये कहा गया।
कार्यशाला में सभी प्राचार्यों को उनके नाम के अल्फाबेट के आधार पर चार समूह में विभाजित कर पूरे दिन गतिविधियां आधारित कर प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण प्राचार्य श्रीमती स्मिता करंजगांवकर, श्रीमती चित्रा जैन, श्रीमती ज्योति जैन, श्रीमती अनामिका दुबे, श्री दिनेश चौहान, श्रीमती अद्वेता श्रीवास्तव, श्री मोहनसिंह और श्रीमती मंजू माहौर द्वारा दिया गया। प्रशिक्षण के दौरान संचालन श्रीमती अंजली अग्रवाल ने किया। इस दौरान समन्वयक श्रीमती ज्योति शिपनकर भी मौजूद थी।