भारत ने दिया पाक को एक और करारा झटका, बंद किया LOC पर व्यापार
बीते 14 फरवरी को पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत की ओर से लगातार पाकिस्तान को झटके दिए जा रहे हैं. खासतौर पर भारत सरकार ने अपने फैसलों से आर्थिक मोर्चे पर पाकिस्तान को करारी चोट दी है.
ताजा मामला यह है कि भारत ने जम्मू कश्मीर में दो स्थानों पर नियंत्रण रेखा (एलओसी) के जरिए व्यापार अनिश्चिकाल के लिए स्थगित कर दिया. यह स्थगन शुक्रवार यानी आज से प्रभावी हो चुका है.
सरकार ने क्यों लिया फैसला
दरअसल, सीमा पार के तत्वों द्वारा हथियार, मादक पदार्थों और नकली मुद्रा की तस्करी के लिए इस मार्ग का दुरुपयोग किया जा रहा था. इसी वजह से सरकार ने यह फैसला लिया है. भारत सरकार ने कहा है कि अवांछित और राष्ट्र विरोधी तत्व देश में आतंकवाद और अलगाववाद को बढ़ावा देने के लिए पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर के हिस्से से हवाला के जरिए धन और हथियारों को देश में पहुंचाते हैं.
केंद्रीय गृह मंत्रालय के मुताबिक राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने अपनी जांच में खुलासा किया है कि जो व्यक्ति भारत से पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन में शामिल हो गए हैं, उन्होंने वहां कंपनी खोल ली है. ये कंपनियां आतंकवादियों के नियंत्रण में हैं और बेहद चालाकी से सीमा पार व्यापार में संलिप्त हो रही हैं. बयान में कहा गया है कि इसको रोकने के लिए एक सख्त विनियामक और प्रवर्तन तंत्र तैयार किया जा रहा है और विभिन्न एजेंसियों के साथ विचार-विमर्श के बाद इसे लागू किया जाएगा. उसके बाद नियंत्रण रेखा के जरिए कारोबार फिर शुरू करने के मुद्दे पर विचार किया जाएगा.
कैसे होता है ये व्यापार
दरअसल, भारत और पाकिस्तान के बीच साल 2007 में आपसी भरोसा कायम करने के मकसद से नियंत्रण रेखा के आर-पार व्यापार शुरू किया गया था. नियंत्रण रेखा के आर-पार से होने वाले इस व्यापार के तहत सीमा के दोनों ओर आम लोग विनिमय यानी अदला-बदली प्रक्रिया के तहत सामान भेजते हैं. यह व्यापार मुख्य तौर पर कश्मीर क्षेत्र के बारामूला के सलामाबाद और जम्मू क्षेत्र के पुंछ जिले के चक्कन-दा-बाग में होता है. यह कारोबार सप्ताह में चार दिन होता है. यह व्यापार जीरो ड्यूटी पर आधारित है.
क्या-क्या होता है व्यापार
कारोबार के दौरान दोनों देशों के सीमाई इलाके में भारतीय कारोबारी मुख्य रूप से जीरा, चिली पेपर, कपड़े, इलायची, केला, अनार, अंगूर और बादाम का निर्यात करते हैं. वहीं पाकिस्तान की ओर से प्रेयर मैट, कालीन, कपड़ा, संतरे, आम और जड़ी-बूटियों का निर्यात होता है.
बता दें कि भारत-पाकिस्तान का कुल व्यापार 2016-17 में 2.27 अरब डॉलर था जो 2017-18 में बढ़कर 2.41 अरब डॉलर हो गया है. इस साल भारत ने 48.8 करोड़ डॉलर का आयात पाकिस्तान को किया था जबकि 1.92 अरब डॉलर का निर्यात किया था.