प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को राज्य सरकार के तोहफे
संदीप कुलश्रेष्ठ
राज्य सरकार द्वारा हाल ही में खेल विभाग के नये नियम बनाये गये हैं। इन नियमों के तहत प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को आकर्षक पुरस्कार राशि और सम्मान निधि दी जायेगी। अब राज्य सरकार मध्यप्रदेश के ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता को 2 करोड़ रूपये का इनाम देगी। खिलाड़ी द्वारा रजत पदक जीतने पर 1 करोड़ रूपये और कांस्य पदक प्राप्त करने पर 50 लाख रूपये की पुरस्कार राशि मिलेगी। यही राशि 4 वर्ष में आयोजित होने वाले विश्व कप-विश्व चैंपियनशीप, चारों टेनिस ग्रेंडस्लैम और शतरंज ओलम्पियाड के पदक विजेताओं को भी मिलेगी। खिलाड़ियों को 4 वर्षीय प्रतियोगिता में भाग लेने पर भी 10-10 लाख रूपये दिये जायेंगे। राज्य सरकार के इस प्रयास की सराहना की जानी चाहिए।
पूर्व में पदक विजेताओं के लिए तय नहीं थी राशि -
खेल विभाग ने 2012 के खेल नियमों में हाल ही में संशोधन किये हैं। पूर्व में किसी भी प्रतियोगिता में पदक विजेताओं के लिए कोई राशि तय नहीं थी। पदक जीतने पर ईनामी राशि की घोषणा होती रही है। नये नियम में एशियन गेम्स, कॉमनवेल्थ गेम्स, एशियन इनडोर गेम्स, साउथ एशियन गेम्स, कॉमनवेल्थ एशियन और अन्य अंर्तराष्ट्रीय चैम्पियनशीप तथा नेशनल गेम्स के पदक विजेताओं की ईनामी राशि भी तय कर दी गई है।
ईनामी राशि लाखों में
क्र. टूर्नामेंन्ट स्वर्ण रजत कांस्य भागीदारी
1 ओलिंपिक
गेम्स, 200 100 50 10
विश्व कप
वि.चैंपि.
टैनिस
ग्रेंडस्लैम,
शतरंज
ओलिम्पियाड
2 एशियाड 100 50 25 5
3 कॉमनवेल्थ
इंडोर एशियन
गेम्स 40 25 15 1
4 दक्षिण
एशियाई खेल 3 2 1.50 0.50
5 कॉमनवेल्थ
/एशियन व
अन्य
अंतरराष्ट्रीय
चैंपि. 3 2 1 0.50
6 नेशनल
गेम्स 5 3.20 2.40 -
7 अधिकृत
राष्ट्रीय चैंपि. 1 0.75 0.50 -
पदक विजेताओं को मिलेगी सम्माननिधि-
राज्य सरकार की नई खेल नीति के अनुसार प्रदेश के ऐसे पूर्व खिलाड़ी जिनकी आयु 35 वर्ष से अधिक है और ओलिंपिक विजेता है, उन्हें 15 हजार रूपये प्रतिमाह सम्मान निधि दी जायेगी। एशियन गेम्स के मैडलिस्ट को 12 हजार रूपये की सम्मान निधि और पैरालिंपिक के पदक विजेताओं को 10 हजार रूपये की सम्मान निधि प्रति माह दी जायेगी। इसके पहले 55 वर्ष की उम्र के बाद ही 10 हजार रूपये पेंशन देने का प्रावधान रहा है।
कई खेल छूटे, जिन्हें जोड़ने की है आवश्यकता -
राज्य सरकार द्वारा बनाये गए नये खेल नियमों में उन्हीं खेलां को शामिल किया गया है, जो वर्तमान में ओलिंपिक , एशियन, कॉमनवेल्थ और नेशनल गेम्स में खेले जाते हों। इसमें स्कूल नेशनल गेम्स के खेलों को बाहर रखा गया है। इससे थ्रो बॉल, षूटिंग बॉल, साफ्ॅट बॉल, बाल बैडमिंटन, पॉवर लिफ्टिंग, बॉडी बिल्डिंग आदि जैसे कई खेल इन सुविधाओं से वंचित रहेंगे। उक्त खेलों के प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को न तो ईनामी राशि मिलेगी न ही सम्मान निधि। यही नहीं इन खेलों के खेल संघो को भी अनुदान मिलने पर प्रश्न चिह्न लग गया है। इसलिए राज्य सरकार को इन खेलों पर भी गौर करने की आवश्यकता है, ताकि कोई भी प्रतिभाशाली खिलाड़ी पुरस्कार राशि और सम्मान निधि से वंचित नहीं रहने पाए।
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