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भारत ने दिए सबूत, पाक ने दांगी थी मिसाइलें, पर निशाना चूक गई



नई दिल्ली। भारत-पाकिस्तान तनाव को लेकर एक अहम खुलासा हुआ है। खबर है कि भारत की एयर स्ट्राइक के अगले दिन ने पाकिस्तान ने अपने एफ-16 लड़ाकू विमान भेजे थे। इन विमानों ने 40-50 किमी दूर से भारत के लड़ाकू विमानों पर 4-5 मिसाइलें दागी थीं, जिनमें से एक भी निशाने पर नहीं लगीं। पाकिस्तान ने जो मिसाइलें दागी थीं, वे अमेरिकी एम्राम मिसाइले थीं। वहीं भारतीय पायलट विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान ने अपने मिग-21 से अत्याधुनिक एफ-16 को मार गिराया था।

एक मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि एफ-16 का कुछ मलबा भारतीय सीमा में हो सकता है, जिसके लिए भारतीय सेना के जवान अब भी सर्च कर रहे हैं।

सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि पाकिस्तान ने 27 फरवरी को अमेरिका में बने एफ-16 से अमेरिकी मिसाइलें भारतीय वायुसेना के सुखोई और मिग-21 विमानों पर दागी। लड़ाकू विमानों की डॉग फाइट के दौरान 40-50 किमी दूर से दागी गईं ये मिसाइलें निशाने पर नहीं लगीं।

आशंका है कि पाकिस्तान के निशाने पर भारतीय सेना के ब्रिगेड मुख्यालय, बटालियन मुख्यालय और ऑयल पंप थे।

भारत ने पाकिस्तान को सौंप दिए हैं सबूत
इस बीच, भारत ने अमेरिका को अपने खिलाफ एफ-16 लड़ाकू विमान और एएमआरएएएम का इस्तेमाल किए जाने का सुबूत सौंपा है।

मंगलवार को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने अपने अमेरिकी समकक्ष जॉन बोल्टन से इस मुद्दे पर बातचीत की है। सूत्रों ने बताया कि भारत को यकीन है कि वाशिंगटन अमेरिका निर्मित लड़ाकू विमान का इस्तेमाल करने की गहन जांच करेगा। भारत के खिलाफ आक्रामक अभियान में इस लड़ाकू विमान में मिसाइल भी थी।

खरीद समझौते के अनुसार अमेरिका ने प्रतिबंध लगाया था। पाकिस्तान के लिए कथित रूप से किसी तीसरे देश के खिलाफ एफ-16 का इस्तेमाल प्रतिबंधित है।

केवल आत्मरक्षा और आतंक विरोधी अभियान में इसका इस्तेमाल किया जाना है। भारतीय वायुसेना ने 28 फरवरी को एएमआरएएएम मिसाइल के हिस्से का प्रदर्शन किया था। यह पाकिस्तान द्वारा अमेरिका निर्मित एफ-16 का इस्तेमाल किए जाने के सुबूत के तौर पर दिखाया गया था।

इस पर प्रतिक्रिया देते हुए अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रोबर्ट पलाडिनो ने कहा, अमेरिका इस मुद्दे पर विचार कर रहा है।

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