आतंक के खिलाफ जंग नहीं छेड़ेगा भारत, मसूद पर बोलकर फंसा पाक : सूत्र
नई दिल्ली। पुलवामा में 14 फरवरी को हुए सीआरपीएफ के काफिले में हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान में स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी। हाल ही में पाकिस्तान के विदेशमंत्री शाह महमूद कुरैशी ने इस बात की पुष्टि की थी कि पाकिस्तान सरकार जैश के प्रमुख मसूद अजहर के संपर्क में है। इसके बाद पाकिस्तान सरकार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर घिर गई है।
मीडिया में सूत्रों के हवाले से आ रही खबरों में कहा जा रहा है कि पाकिस्तानी विदेशमंत्री के यह बयान मसूद अजहर को यूएनएससी 1267 प्रतिबंधित लिस्ट में डालने के भारत के मामले को मजबूत करता है। पाकिस्तान ने इस बात से भी इंकार नहीं किया है कि मसूद अजहर ही जैश का सरगना है। बताते चलें कि पुलवामा हमले के बाद भारत ने 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट में हवाई हमला कर जैश का एक कैंप तबाह किया था।
नेशनल टेक्निकल रिसर्च आर्गेनाइजेशन (एनटीआरओ) ने वायुसेना को पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में स्थित शिविरों को निशाना बनाने की हरी झंडी मिलने के बाद निगरानी शुरू कर दी थी। संचालन गतिविधि में शामिल रहे सूत्र ने अपना नाम जाहिर नहीं होने देने की शर्त पर बताया, 'तकनीकी निगरानी के दौरान सामने आया कि वहां करीब 300 मोबाइल फोन के सिग्नल सक्रिय हैं।' इससे पता चलता है कि उस सर्जिकल स्ट्राइक में कम से कम 300 आतंकी मारे गए थे।
सूत्र ने कहा कि दूसरी खुफिया एजेंसियों ने भी एनटीआरओ के आकलन की पुष्टि करने में भूमिका निभाई। लेकिन सरकार की ओर से हवाई हमले में मारे गए आतंकियों की संख्या की घोषणा नहीं की गई है। इसके अलगे दिन बौखलाए पाकिस्तान ने अमेरिका से मिले एफ-16 लड़ाकू विमान को भारत के सैन्य ठिकानों पर हमला करने के लिए भेजा था। मगर, मिग-21 विमान उड़ा रहे विंग कमांडर अभिनंदन ने न सिर्फ पाकिस्तानी विमानों को खदेड़ दिया था, बल्कि एक एफ-16 विमान को मार भी गिराया था।
इस बीच सूत्रों के हवाले से यह भी बताया जा रहा है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ शुरू की गई जंग से पीछे नहीं हटेगा। किसी भी देश की तरफ से भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता की पेशकश भी नहीं की गई है। भारत ने दुनिया को बता दिया है कि यह मामला भारत और पाकिस्तान का नहीं, बल्कि यह आतंकवाद का मसला है।
इस बीच भारतीय नौ सेना के प्रमुख सुनील लांबा ने कहा है कि आतंकी कई अन्य रास्तों से हमला करने की साजिश रच रहे हैं। उन्होंने कहा कि आतंकी समुद्री रास्ते से भारत में घुसपैठ कर सकते हैं। उधर, पाकिस्तानी मीडिया में कहा जा रहा है कि कराची से 200 किमी दूर भारतीय पनडुब्बी को पाकिस्तान की नौसेना ने देखा था। हालांकि, उसे निशाना नहीं बनाया गया। भारत ने पाकिस्तानी मीडिया ने इस दावे की पुष्टि नहीं की है।