स्कूल बस से किडनैप जुड़वा भाईयों के शव यूपी में मिले
सतना, चित्रकूट। 12 फरवरी को चित्रकूट में स्कूल बस से तेल कारोबारी के जुड़वां बेटों का अपहरण करने वाले बदमाशों ने फिरौती की रकम लेने के बाद भी निर्मम हत्या कर दी। दोनों के शव उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में मिले हैं। बताया जा रहा है कि मासूमों ने बदमाशों को पहचान लिया था, अपनी पहचान छुपाने के लिए उन्होंने बच्चों के हाथ बांधकर उन्हें नदी में फेंक दिया। बांदा के बबेरू में यमुना नदी के घाट पर दोनों के शव मिले। सतना एसपी ने इसकी पुष्टि की है। घटना में पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार किया है, इसमें 5 चित्रकूट के ग्रामोदय विश्वविद्यालय के छात्र बताए जा रहे हैं और एक स्कूल के कर्मचारी का बेटा बताया जा रहा है।
चित्रकूट के जानकी कुंड स्थित सदगुरु ट्रस्ट द्वारा संचालित सदगुरु पब्लिक स्कूल (एसपीएस) के बाहर स्कूल बस से बाइक सवार दो नकाबपोश बदमाशों ने पिस्टल की नोक पर तेल व्यापारी ब्रजेश रावत (निवासी सीतापुर, चित्रकूट उप्र) के दो मासूम जुड़वा बेटों प्रियांश (5) और श्रेयांश (5) को अगवा कर लिया था।
चित्रकूट में तनाव के हालात
घटना की खबर मिलने के बाद चित्रकूट में तनाव के हालात हैं, यहांं धारा 144 लागू कर दी गई है। आक्रोशित लोग सड़कों पर उतर आए हैं। भीड़ पुलिस की तरफ झपटी तो पुलिस ने आंसू गैस के गोले फेंके। इसमें स्थानीय लोग और दर्शनार्थी भी घायल हो गए।इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात की गई है। जानकारी कुंड इलाके में लोगों ने जाम लगाकर पुलिस और सद्गुरु सेवा ट्रस्ट के खिलाफ नारेबाजी की। पूरे इलाके में तीन से चार हजार की संख्या में लोग जुटे हुए हैं। पूरा बाजार बंद है, वहीं यात्री बसें और ऑटो भी एक-दो ही चल रहे हैं। बताया जा रहा है कि कल रात को ही सतना जिले से अतिरिक्त पुलिस बल सुरक्षा व्यवस्था के लिए चित्रकूट बुलाया गया था।
सद्गुरु सेवा संघ के लोगों ने की प्रदर्शन कर रहे लोगों से मारपीट
पुलिस के साथ सद्गुरु सेवा संघ के लोगों ने बच्चों की हत्या के बाद प्रदर्शन कर रहे लोगों के साथ मारपीट की। वे पुलिस की मौजूदगी में लोगों को पकड़कर गौ सेवा केंद्र के अंदर ले गए और डंडों से पिटाई की। इस घटना में मीडियाकर्मी को भी चोट आई। उधर कलेक्टर ने कहा है कि पत्थर मारें तो एलएमजी माउंट करिए। एमएमजी माउंट की खबर से चित्रकूट की जनता में और नाराजगी फैल गई है। उधर पुलिस ने जाम लगाए लोगों पर लाठीचार्ज कर आंसू गैस के गोले भी दागे। लोगों का कहना है कि पुलिस प्रशासन अपनी नाकामी छुपाने के लिए लोगों को मारने पर तुला है।