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अब 10 की परीक्षा पास करना हुआ ओर भी आसान, विद्यार्थियों को सीसीई के 20 नंबरों का वार्षिक परीक्षा में मिलेंगा फायदा


अपना रिजल्ट सुधारने की कवायद में विद्यार्थियों के लिए अब 10वीं पास करना आसान हो जाएगा। इस बार 10वीं बोर्ड परीक्षा में विद्यार्थियों के सतत समग्र मूल्यांकन (सीसीई) के 20 नंबर वार्षिक परीक्षा के रिजल्ट में जुड़ेंगे। छह में से पांच विषयों को ही पास करने का नियम पिछले साल ही लागू हो चुका है। इसके साथ ही विद्यार्थियों को दो विषयों में पूरक भी मिलेगी। मार्च के पहले सप्ताह से हाईस्कूल बोर्ड की वार्षिक परीक्षा शुरू होने जा रही हैं।

इसमें बेस्ट फाइव नियम होने के कारण विद्यार्थियों को छह में से किन्हीं पांच विषयों में ही पास होना होगा। इसी आधार पर उनका रिजल्ट बनेगा। सभी विषयों में पास होने वाले विद्यार्थी के भी सर्वश्रेष्ठ पांच विषयों के नंबर ही रिजल्ट में जोड़े जाएंगे। इसके साथ ही सीसीई के 20 नंबर भी रिजल्ट में जोड़े जाएंगे। इससे न केवल पास होना विद्यार्थी के लिए आसान होगा बल्कि इससे स्कोरिंग भी बेहतर होगी।
 

इस तरह बनेगा रिजल्ट: दसवीं के विद्यार्थियों की परीक्षा छह विषयों की होगी। इसमें से उन्हें कोई पांच विषयों मे पास होना जरूरी है। सभी विषयों में पास होने वाले विद्यार्थियों का रिजल्ट भी सबसे बेहतर अंक वाले पांच विषयों के आधार पर ही बनेगा।
वर्षभर की गैर शैक्षणिक और खेलकूद गतिविधियों में सक्रिय रहे विद्यार्थियों के लिए खुशखबर है। सतत व समग्र मूल्यांकन (सीसीई) के 20 प्रतिशत अंक भी रिजल्ट में जुड़ेंगे।

सैद्धांतिक विषयों में वार्षिक परीक्षा के 80 फीसद अंक रिजल्ट में जुड़ेंगे, वहीं प्रायोगिक विषयों में 70 प्रतिशत अंक जुड़ेंगे। 10 प्रतिशत अंक प्रायोगिक परीक्षा के रहेंगे।
दसवीं कक्षा में चार विषयों में पास होने पर दो विषयों में पूरक मिल सकेगी। दोनों विषयों की पूरक परीक्षा के बाद अगर वह एक विषय में पास होता है तो भी उत्तीर्ण माना जाएगा।

इस बार बोर्ड परीक्षा में 80 प्रतिशत अंक सैद्धांतिक विषयों के रहेंगे। 20 प्रतिशत अंक सीसीई के आधार पर दिए जाएंगे। इसके लिए प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। इसके साथ ही सर्वश्रेष्ठ पांच विषयों के अंक ही रिजल्ट में जुड़ेंगे। इस नवाचार से बच्चों के रिजल्ट में काफी सुधार होगा। 

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