कमलनाथ सरकार में अब विधायकों के ट्रांसफर की बारी, डिमाण्ड के आधार होंगे तबादले
भोपाल. कमलनाथ सरकार में हो रहे तबादलों की कड़ी में अब बारी विधायकों की है। सीएम मॉनिट में जिन भी विधायकों ने किसी के तबादले के लिए आवेदन किया है, उनकी मांग पूरी होगी। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस बारे में मुख्य सचिव एसआर मोहंती को कहा है। बताया जा रहा है कि सीएम मॉनिट में विधायकों के ट्रांसफर को लेकर सौ से भी ज्यादा आवेदन हैं, लेकिन इसमें से कमलनाथ ने ए व ए प्लस कैटेगरी के ट्रांसफर आवेदनों को मंजूरी देने के निर्देश दिए हैं। इनकी संख्या करीब 60 है।
बताया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर यह तबादले होंगे। इसमें पंचायत एवं ग्रामीण विकास, आबकारी, पुलिस व नगरीय विकास विभाग के आवेदन सर्वाधिक है। इसी बीच सामान्य प्रशासन विभाग के सूत्रों का कहना है कि 2017-18 की तबादला नीति में मौजूद जिलों व तहसीलों के बीच होने वाले तबादलों के लिए भी प्रभारी मंत्रियों को मौखिक रूप कह दिया गया है। प्रभारी मंत्री के अनुमोदन से ही ये तबादले हो जाएंगे। यहां बता दें कि अभी तक साढ़े सात सौ तबादले हो चुके हैं। इस नए निर्देशों के बाद इनकी संख्या एक हजार से ऊपर निकल सकती है।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा- तबादला उद्योग से ध्यान हटाकर प्रदेश में कानून की चिंता करे सरकार :
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने मध्यप्रदेश में आई अपराधों की बाढ़ को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने प्रदेश सरकार को आगाह किया है कि वह तबादला उद्योग से ध्यान हटाकर प्रदेश की कानून की चिंता करें। क्योंकि पिछले कुछ ही दिनों में प्रदेश में हत्या, लूट, पुलिस पर हमले और अपहरण की वारदातों की बाढ़ सी आ गई है। सतना जिले में दो बच्चों का पिस्तौल की नोक पर अपहरण किए जाने की घटना चिंताजनक है। रीवा जिले में एक व्यक्ति को दिनदहाड़े गोली मार दी गई। उन्होंने कहा कि मप्र में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गई है।