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मृतक ही निकला हत्‍यारा, ऐसे खुला राज ?



रतलाम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े हिम्मत पाटीदार पर जिस मदन मालवीय नाम के शख्स की हत्या का आरोप है जब आजतक की टीम रतलाम जिले के उस कमेड गांव पहुंची तो इस हत्या से जुड़े कई चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं. सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात यह है कि इस हत्या की साजिश हिम्मत ने काफी पहले कर ली थी जिसके लिए उसे शिकार की तलाश थी. मदन मालवीय शुरू से हिम्मत के निशाने पर नहीं था बल्कि वो अचानक हुए एक घटनाक्रम के चलते मारा गया.

दरअसल, मदन मालवीय पर कुछ दिन पहले तक आरएसएस से जुड़े हिम्मत पाटिदार की हत्या का आरोप था, लेकिन जब रतलाम पुलिस ने मामले पर से पर्दा उठाया तो पूरा मामला ही उलट गया क्योंकि जिस मदन मालवीय पर हिम्म्मत पाटीदार की हत्या का आरोप था वो खुद ही मृतक निकला और जिस हिम्मत पाटीदार की हत्या से मध्यप्रदेश में राजनीतिक तूफान खड़ा हो गया था वो खुद पूरी साजिश का रचयिता और हत्यारा निकला.

जिस मदन को पुलिस हत्यारा मान कर घरवालों से पूछताछ कर रही थी, मामले का खुलासा होने के बाद अब मातम पसरा हुआ है. मदन के माता-पिता, पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है. विडम्बना देखिए कि मदन की पत्नी ना तो बोल सकती है और न ही सुन सकती है, लेकिन उसे इस बात का अहसास है कि उसका पति अब इस दुनिया में नहीं है. अब पिता मदन की दो छोटी छोटी बेटियों का हवाला देकर अपने बेटे के हत्यारे के लिए फांसी की सजा की मांग कर रहे हैं.

पहले से तय थी हत्याकांड की स्क्रिप्ट
इस बेहद संवेदनशील हत्याकांड का खुलासा होने के बाद धीरे-धीरे मामले की कई परतें खुल रही हैं. आजतक की टीम जब कमेड गांव में गई और लोगों से बात की तो पता चला कि हिम्मत पाटीदार ने हत्या की कहानी और स्क्रिप्ट पहले से ही तय कर ली थी. कमेड गांव में हमें रामगोपाल नाम का ऐसा शख्स मिला जो हिम्मत पाटीदार की साजिश का शिकार होने से बाल-बाल बच गया.

रामगोपाल की मानें तो आरोपी हिम्मत ने घटना वाली रात करीब डेढ़ बजे रामगोपाल को फोन कर खेत पर बुलाया था लेकिन ठंड के कारण उसने बहाना बनाकर मना कर दिया और शायद इसी बहाने ने उसकी जिंदगी बच गई. रामगोपाल ने बताया कि हिम्मत पाटीदार ने घटना वाली रात कॉल किया था और खेत पर पार्टी में बुलाने की कोशिश की लेकिन रात ज्यादा होने के कारण वहां जाने से मना कर दिया.

पुलिस ने किया घटना का रिक्रिएशन
हम गांव में लोगों से बात कर ही रहे थे कि हमें पुलिस के घटनास्थल पर जाने की सूचना मिली. हम वहां पहुंचे तो पाया कि जिले के एसपी गौरव तिवारी स्थानीय थाने के बल और एफएसएल टीम के साथ घटना का रिक्रिएशन कर रहे हैं. ये इसलिए भी ज़रूरी है क्योंकि अब पुलिस इसके जरिये हिम्मत पाटीदार के खिलाफ पुख्ता सबूत जुटाने में लग गई है.

एसपी ने बताया कि इस हत्याकांड में मृतक के नाखूनों और बालों के सैम्पल ने जांच की दिशा बदल दी और जिसकी हत्या का मामला बनाया था अब उसे ही हत्या का आरोपी बनाया गया है. एसपी गौरव तिवारी ने बताया कि शुरुआती तौर पर पुलिस को शक हो गया था कि शव की पहचान छिपाने की कोशिश साजिश की ओर इशारा कर रहा है और इसलिए एफएसएल टीम ने शव के नाखून और बालों का सैम्पल ले लिए थे.

शुरुआत में शव के हिम्मत पाटीदार का होने की बात सामने आई और उस वक्त हालात ऐसे थे कि सब विलाप कर रहे थे जिसके बाद उसका घरवालों ने अंतिम संस्कार कर दिया था, लेकिन मौका-ए-वारदात पर मिले साक्ष्यों के आधार पर और एसएफएल टीम की जांच में शुरुआती तौर पर ये बात सामने आई कि मदन इसमें कातिल है.

जब मृतक के पास मिले फोन को चेक किया तो पाया कि उसे फॉरमैट किया गया था और उसमें से सब डेटा गायब था जबकि हिम्मत पाटीदार के फोन की डिटेल निकाली गई तो पता चला कि वो रात को काफी देर नेट का इस्तेमाल कर रहा था. इसके अलावा खेत में हिम्मत आया तो था, लेकिन ना तो उसने मोटर चालू की और ना ही खेत में पानी डाला. इसके अलावा शव पर जो कपड़े थे वो भी ऐसे लग थे थे कि किसी ने जल्दबाज़ी में उन्हें पहनाया हो. इसके अलावा शव का सिर्फ चेहरा जलाया गया था जिसका संकेत था कि पहचान छिपाने की कोशिश की गई है.

नाखून और बालों से हुआ खुलासा
हमारी एफएसएल टीम ने समझदारी का परिचय देते हुए पहले ही शव के नाखून, बालों और बोन मैरो का सैंपल प्रिजर्व कर लिया था और उसे सागर भेज दिया जिसके बाद वहां से रिपोर्ट आने पर पता चला कि शव मदन मालवीय का है. इसके अलावा जांच में सामने आया कि हिम्मत पाटीदार ने पिछले दिसंबर में ही 20 लाख का बीमा करवाया है और उसकी 1 हज़ार रुपये की किश्त भी जमा कर दी है और इसके बाद कुछ लोगों ने बयान भी दिए की घटना वाली रात उन्होंने हिम्मत को खेत पर देखा था जबकि वो करीब 1 हफ्ते से खेत पर नहीं गया था और सभी जरूरी साक्ष्यों का मिलान किया गया तो साफ हो गया कि कातिल हिम्मत पाटीदार है. आरोपी हिम्मत पाटीदार पर 10 हज़ार रुपये का इनाम भी घोषित किया है.

आरोपी के घर पहुंची पुलिस
उधर, हिम्मत पाटीदार ने ही हत्या की है, इसका खुलासा होने के अगले दिन पुलिस एक बार फिर आरोपी के किलेनुमा घर पहुंची और परिजनों से पूछताछ की. कमेड गांव हिम्मत पाटीदार का किलेनुमा मकान में वह अपने भाइयों के साथ रहता है. फिलहाल हिम्मत फरार है.

पुलिस ने मामले में एससीएसटी एक्ट के तहत भी धारा लगाई है और साथ ही में साज़िश की धारा भी लगाई है क्योंकि जिस तरह से इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया उससे ऐसा लगता है कि वह काफी वक्त से इस हत्याकांड की साजिश रच रहा था. वहीं इस मामले का खुलासा होने के बाद बीजेपी भी बैकफुट पर है क्योंकि हत्याकांड के बाद पूर्व सीएम शिवराज ने कांग्रेस पर राजनीतिक हत्याओं का आरोप लगाया था और आंदोलन की चेतावनी भी दी थी.

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