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सभी मतदान केन्द्रों को बनाया आदर्श मतदान केन्द्र: रहा उत्सव का माहौल


 

नरसिंहपुर जिले में भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर विधानसभा निर्वाचन-2018 में स्वीप प्लान में मतदाताओं को जागरूक करने के लिये अनेक गतिविधियाँ संचालित की गईं। जिले के चारों विधानसभा क्षेत्रों में सभी 1012 मतदान केन्द्रों को आदर्श मतदान केन्द्र बनाया गया था। महिला मतदाताओं को मतदान के लिए प्रेरित करने के लिए 40 पिंक बूथ बनाये गये थे। खास बात यह थी कि इन मतदान केन्द्रों पर सभी मतदानकर्मी महिलाएँ थीं। जिले के दिव्यांग मतदाताओं को प्रेरित करने के लिए प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक मतदान केन्द्र को सुगम्य मतदान केन्द्र बनाया गया था, जिसमें सभी मतदानकर्मी दिव्यांग रखे गये थे। जिले के लिए दिव्यांग आइकॉन श्री सुशीलचंद्र गुप्ता को बनाया गया था।

सभी आदर्श मतदान केन्द्रों में मतदाताओं के लिए छाया, पानी, बैठक, महिला एवं पुरूष शौचालय, सुचारू विद्युत आपूर्ति, रैम्प, व्हील-चेयर आदि की व्यवस्था की गई थी। मतदान केन्द्रों पर सुगम्य सहायक एवं क्यूलेस सहायक की नियुक्ति भी की गई थी।

मतदान के दिन 28 नवम्बर को जिले के मतदान केन्द्रों को रंगीन गुब्बारों से सजाया गया था। अनेक मतदान केन्द्रों में रांगोली बनाई गई थी। दिव्यांग मतदाताओं को उनके निवास स्थान से मतदान केन्द्र तक लाने के लिए व्हील-चेयर की व्यवस्था की गई थी। पीडब्ल्यूडी वोटर्स की मदद के लिए बूथदूत नियुक्त किये गये थे।

मतदाता जागरूकता की गतिविधियों के कारण जिले में पिछले विधानसभा चुनाव के मकाबले 1.81 प्रतिशत अधिक मतदान हुआ। वर्ष 2013 के चुनाव में जहां 79.52 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले थे, वहीं वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में 81.33 प्रतिशत मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया। महिला एवं पुरूष मतदाताओं के मतदान प्रतिशत में भी इस बार बढ़ोत्तरी हुई है। वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में जहां 82.13 प्रतिशत पुरूष मतदाताओं ने और 76.57 प्रतिशत महिला मतदाताओं ने वोट डाले थे, वहीं इस बार विधानसभा चुनाव में 83.59 प्रतिशत पुरूष मतदाताओं ने और 78.83 प्रतिशत महिला मतदाताओं ने वोट डाले।


(निर्वाचन सफलता की कहानी-नरसिंहपुर)

 

मुकेश मोदी/यशवंत बरारे/रामकुमार सोनी

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