मेडिकल बोर्ड का प्रमाण पत्र हासिल कर चुनाव ड्यूटी से बचने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों की अनिवार्य सेवा निवृत्ति का प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश
जबलपुर | मेडिकल बोर्ड का प्रमाण पत्र हासिल कर बीमारी के बहाने चुनावी ड्यूटी से बचने की तरकीब निकालने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों पर अनिवार्य सेवा निवृत्ति की जैसी कड़ी सजा भुगतनी पड़ सकती है।
मेडिकल बोर्ड का बीमारी का प्रमाण पत्र हासिल कर चुनावी ड्यूटी रद्द कराने का आवेदन देने वाले कर्मचारियों-अधिकारियों से परेशान होकर जिला प्रशासन ने आखिर ऐसे शासकीय कर्मियों के खिलाफ कठोर कदम उठाने का फैसला ले लिया है जो पचास वर्ष की आयु और बीस वर्ष की सेवा पूरी कर चुके हैं। इस बारे में जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर श्रीमती छवि भारद्वाज ने सभी विभागों के जिला अधिकारियों को 20 वर्ष की सेवा या 50 वर्ष की आयु पूरी कर चुके ऐसे शासकीय सेवकों के विरूद्ध अनिवार्य सेवा निवृत्ति का प्रस्ताव तैयार कर कलेक्टर कार्यालय को भेजने के निर्देश दिये हैं, जिन्होंने मेडिकल बोर्ड से असाध्य बीमारी का प्रमाण पत्र हासिल कर चुनाव ड्यूटी निरस्त कराने का आवेदन दिया है। ऐसे शासकीय सेवकों के अनिवार्य सेवा निवृत्ति के प्रस्ताव कलेक्टर कार्यालय के माध्यम से संबंधित विभाग के प्रमुखों को भेजे जायेंगे।
कलेक्टर श्रीमती भारद्वाज ने साफ किया है कि मेडिकल बोर्ड का प्रमाण पत्र हासिल कर चुनाव ड्यूटी रद्द कराने वाले शासकीय सेवकों को शासकीय सेवा करने के लिए भी अनफिट माना जायेगा और उनके विरूद्ध अनिवार्य सेवा निवृत्ति का प्रस्ताव विभाग प्रमुखों को भेजा जायेगा।
कलेक्टर कार्यालय के मुताबिक शुरूआती तौर पर जिन दस शासकीय सेवकों का अनिवार्य सेवा निवृत्ति का प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश कलेक्टर द्वारा दिये गये हैं, उनमें जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय के कीट शास्त्र विभाग के प्राध्यापक राजेश पचौरी, शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सगड़ा-झपनी की वरिष्ठ अध्यापक श्रीमती रूपा राजभर, संचार विभाग मध्य प्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी के कनिष्ठ यंत्री राकेश कुमार सोनी, शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चेरीताल की सहायक शिक्षक श्रीमती साधना विश्वकर्मा, शासकीय प्राथमिक शाला बेला संकुल गोसलपुर के सहायक शिक्षक जीवनलाल कोष्टा, शासकीय प्राथमिक शाला पोलीपाथर की सहायक शिक्षक श्रीमती रेखा आम्रवंशी, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान की वरिष्ठ व्याख्याता श्रीमती किरण बाला खरे, शासकीय आदर्श औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के प्रशिक्षण अधीक्षक डी.एस. परिहार, मध्य प्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी शहर संभाग पश्चिम के कनिष्ठ अभियंता राजकुमार सेठी तथा जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय के पौध प्रजनन एवं अनुवांशिकी विभाग के प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. आर.एस. शुक्ला शामिल हैं।