आरक्षण धीमा जहर, जिससे समाज की प्रतिभाओं का हो रहा दमन
आज अग्रोहा रक्षण नाटक के जरिये देंगे संदेश
उज्जैन। शहर में पहली बार होटल मित्तल एवेन्यू में विशाल मंच पर समाज के लिए नासूर आरक्षण को महाराजा अग्रसेनजी के 5200 वर्ष पुराने इतिहास से जोड़कर नाटक अग्रोहा रक्षण का मंचन अग्रसेन साथिया ग्रुप द्वारा किया जाएगा। रात 9 बजे से प्रारंभ होने वाले इस नाट में 25 कलाकारों द्वारा नाटक का मंचन किया जाएगा जिसमें आरक्षण किसी का अधिकार नहीं, पीढ़ी दर पीढ़ी आरक्षण की प्रथा देश, राज्य की प्रतिभाओं का दमन कर अयोग्य को प्रतिष्ठित करना किसी भी दृष्टि से अनुचित बताकर समाज की प्रतिभाओं के साथ अन्याय को प्रदर्शित किया जाएगा।
श्री अग्रवाल सोशल ग्रुप के अध्यक्ष संजय अग्रवाल सीए, सचिव राकेश बिंदल ने बताया कि प्रतिवर्ष समाज की ज्वलंत समस्या और उसके संभावित निदान को लेकर एक नाटक का मंचन किया जाता है। उसी श्रृंखला में अग्रोहा रक्षण नाटक का मंचन किया जा रहा है। साथिया ग्रुप के संरक्षक भगवानदास एरन, सरोज अग्रवाल ने बताया कि मंच पर पहली बार श्री महाराजा अग्रसेनजी के स्वयंवर और इसके बाद अग्रोहा पर आई विपत्ति का मंचन किया जाएगा। मंच पर पहली बार मंचन होगा कि आरक्षण बुरा नहीं पर पीढ़ी दर पीढ़ी किसी को योग्यता में लाभ देना, समाज की योग्य पीढ़ी का नाश करने जैसा है। प्ले में बताया जाएगा कि आरक्षण 5200 वर्ष पहले भी था। कहानी के अनुसार महाराजा अग्रसेनजी के दरबार में एक व्यक्ति ने स्वयं को गरीब बताकर राजा से आर्थिक मदद और पदोन्नति मांगी तब महाराजा ने न्याय करते हुए यह तय किया कि किसी भी पीढ़ी को एक बार समाज के साथ बराबरी से खड़ा होने के लिए एक रूपया, एक ईंट दी जाएगी ताकि वह बराबरी से समाज के साथ खड़ा हो सके और अपना तथा अपने परिवार का विकास कर सके।