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विधानसभा निर्वाचन की सम्पूर्ण प्रक्रिया का अधिकारियों को ज्ञान होना आवश्यक, दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारम्भ


 

उज्जैन । निर्वाचन आयोग की मंशा अनुरूप प्रशासनिक अधिकारियों को निर्वाचन की सम्पूर्ण प्रक्रिया का ज्ञान होना चाहिये। इसी तारतम्य में कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी के निर्देश पर 2 दिवसीय सर्टिफिकेशन प्रोग्राम फॉर रिटर्निंग आफिसर्स एण्ड असिस्टेंट रिटर्निंग आफिसर्स के अन्तर्गत जिले के समस्त सहायक रिटर्निंग आफिसरों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण सिंहस्थ मेला कार्यालय में आयोजित किया जा रहा है। प्रथम दिन राज्य स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स डॉ.संदीप नाडकर्णी ने प्रशिक्षण के प्रारम्भ में सहायक रिटर्निंग आफिसरों से कहा कि निर्वाचन की सम्पूर्ण प्रक्रिया की जानकारी होना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि निर्वाचन अभ्यर्थियों की योग्यता, अयोग्यता, नाम-निर्देशन, प्रतीक चिन्ह आवंटन सहित ईवीएम की प्रक्रिया का व्यापक प्रशिक्षण इन 2 दिवसों में दिया जायेगा। प्रशिक्षण के उपरान्त इसका मूल्यांकन भी किया जायेगा। शुक्रवार 5 अक्टूबर को भी सिंहस्थ मेला कार्यालय में प्रशिक्षण दिया जायेगा।

प्रशिक्षण में राज्य स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स डॉ.विजय सुखवानी ने सहायक रिटर्निंग आफिसरों को जानकारी दी कि निर्वाचन के दौरान सौंपे गये दायित्वों का भलीभांति निर्वहन किया जाना चाहिये। सौंपे गये दायित्वों का निर्वहन कैसे हो, यह हमारे मस्तिष्क में स्पष्ट होना चाहिये। सहायक रिटर्निंग आफिसर का मुख्य काम नोटिफिकेशन एवं स्क्रूटनी का काम है और रिटर्निंग आफिसर के साथ अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करना होती है, इसलिये मतदान की प्रक्रिया को समझना आवश्यक है। निर्वाचन आयोग के द्वारा समय-समय पर दिये गये निर्देशों के अनुसार हमें अपने दायित्वों का निर्वहन करना चाहिये। निर्वाचन की बेसिक जानकारी होना आवश्यक है। निर्वाचन आयोग के अधिनियम के नियमों का पालन करना अनिवार्य है, उसी अनुरूप हमें निर्वाचन का कार्य किया जाना चाहिये। जिस किसी भी अधिकारी को निर्वाचन का दायित्व सौंपा है, वह निर्वाचन आयोग के निर्देश अनुसार ही सौंपा गया है। प्रशिक्षण में डॉ.सुखवानी ने बताया कि सहायक रिटर्निंग आफिसर रिटर्निंग आफिसर के नियंत्रण में कार्य करेंगे। बिना आरओ के एआरओ नाम संवीक्षा से सम्बन्धित कार्य नहीं कर सकते हैं।

प्रशिक्षण में सहायक रिटर्निंग आफिसरों को प्रारूप 17क मतदाता रजिस्टर, प्रारूप 17ख निविदित मतों की सूची, प्रारूप 17ग मतपत्र लेखा, उपबंध 14 पीठासीन अधिकारी की डायरी, प्रारूप 14 चुनौती दिये गये मतों की सूची, प्रारूप 14क अंधे, नि:शक्त मतदाताओं की सूची, प्रारूप 10 मतदान अभिकर्ताओं के नियुक्ति-पत्र आदि की जानकारी विस्तार से दी गई। मुख्य मतदान सामग्री में बैलेट यूनिट, कंट्रोल यूनिट एवं वीवीपेट, निर्वाचक नामावली की चिन्हित प्रति एवं अन्य प्रति, अमिट स्याही, हरी पत्र मुद्रा, स्पेशल टेग, स्ट्रिप, सील, पिकसील, पीठासीन अधिकारी की डायरी, मतदाता रजिस्टर 17क, मतदाता पर्ची के बारे में विस्तार से बताया गया। प्रशिक्षण में प्रशिक्षणार्थियों को निर्वाचन प्रक्रिया में मतदान दल के 5 प्रमुख कार्य, जिनमें मतदान सामग्री प्राप्त करना, मतदान के 1 दिन पूर्व मतदान केन्द्र पर की जाने वाली कार्यवाही, मतदान दिवस पर मतदान प्रारम्भ करने के पूर्व दिखावटी मतदान एवं वास्तविक मतदान हेतु मशीन तैयार करना और मतदान की समाप्ति के पश्चात की छोटी-छोटी बातों से अवगत कराया। प्रशिक्षणार्थियों को यह भी जानकारी दी गई कि मतदान अभिकर्ताओं की बैठक व्यवस्था का क्रम इस प्रकार रहेगा। सर्वप्रथम मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय दल, इसके बाद मान्यता प्राप्त राज्य स्तरीय दल, अन्य राज्यों के मान्यता प्राप्त राज्य स्तरीय दल, पंजीकृत गैर-मान्यता प्राप्त राजनैतिक दल तथा अन्तिम में निर्दलीय प्रत्याशी की बैठक व्यवस्था रहेगी।

प्रशिक्षण में प्रशिक्षणार्थियों को बताया कि मतदान केन्द्र में प्रवेश के लिये अधिकृत व्यक्तियों को ही प्रवेश दिया जाये। इनमें प्रत्याशी, उसके अभिकर्ता या नियमानुसार नियुक्त मतदान अभिकर्ता एक समय में एक बार प्रवेश दिया जाये। इसके अलावा जिन्हें आप समय-समय पर मतदाताओं की पहचान अथवा अपनी सहायता के लिये मतदान केन्द्र में प्रवेश की अनुमति दे सकते हैं। इसी तरह आयोग द्वारा प्राधिकृत व्यक्ति जैसे मीडिया, निर्वाचन हेतु कर्तव्यरूढ़ लोकसेवक, आयोग द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षक, मतदाता के साथ गोद में लिये शिशु, दृष्टिहीन और शिथिलांग मतदाता का साथी को प्रवेश दे सकते हैं। प्रशिक्षण में प्रथम, द्वितीय, तृतीय मतदान अधिकारी के कर्तव्य, पीठासीन अधिकारी के कर्तव्य के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गई।

प्रशिक्षण में विधानसभा क्षेत्र क्रमांक-212 नागदा-खाचरौद के लिये तहसीलदार श्री सुनील जायसवाल, नायब तहसीलदार श्री सुनील करवरे, सुश्री प्रियंका मिमरोट, विधानसभा क्षेत्र क्रमांक-213 महिदपुर के लिये तहसीलदार श्रीमती अनीता चकोटिया, नायब तहसीलदार श्री राजेन्द्रकुमार गुहा, विधानसभा क्षेत्र क्रमांक-214 तराना के लिये तहसीलदार श्री शक्तिसिंह चौहान, नायब तहसीलदार सुश्री सपना शर्मा एवं श्री जितेन्द्र चौरसिया, विधानसभा क्षेत्र क्रमांक-215 घट्टिया के लिये तहसीलदार श्री शिवराम कनासे, नायब तहसीलदार श्री अजय अहिरवार एवं श्री बंशीलाल पाटीदार, विधानसभा क्षेत्र क्रमांक-216 उज्जैन उत्तर के लिये अपर तहसीलदार श्री आदर्श शर्मा, नायब तहसीलदार श्री कुलदीपसिंह एवं श्री सुरेश नागर, विधानसभा क्षेत्र क्रमांक-217 उज्जैन दक्षिण के लिये नायब तहसीलदार श्री आलोक चौरे एवं श्रीमती प्रज्ञा गीते और विधानसभा क्षेत्र क्रमांक-218 बड़नगर के लिये तहसीलदार श्री अनिरूद्ध मिश्रा, नायब तहसीलदार श्री मनोहरलाल वर्मा एवं श्री रामकलेश साकेत शामिल हुए।    

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