गयाकोटा तीर्थस्थल का जीर्णोद्धार एवं सौन्दर्यीकरण
धर्मस्व विभाग के द्वारा प्रदत्त निधि से किया जायेगा, धर्मस्व मंत्री श्रीमती सिंधिया एवं ऊर्जा मंत्री श्री जैन ने किया भूमिपूजन
उज्जैन | धार्मिक नगरी उज्जयिनी में अंकपात चौराहे के समीप गयाकोटा तीर्थस्थल का विकास एवं उसका सौन्दर्यीकरण का कार्य धर्मस्व विभाग के द्वारा प्रदत्त निधि से किया जायेगा। धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग, खेल एवं युवक कल्याण मंत्री श्रीमती यशोधराराजे सिंधिया के द्वारा मंगलवार 2 अक्टूबर की शाम को भूमिपूजन किया गया। इस अवसर पर ऊर्जा मंत्री श्री पारस जैन, नगर निगम महापौर श्रीमती मीना जोनवाल, नगर निगम अध्यक्ष श्री सोनू गेहलोत, श्री विवेक जोशी, कलेक्टर श्री मनीष सिंह सहित जनप्रतिनिधि एवं अधिकारीगण आदि उपस्थित थे। धर्मस्व मंत्री श्रीमती सिंधिया ने बताया कि धर्मस्व विभाग द्वारा आस्था एवं श्रद्धा से गयाकोटा का विकास एवं जीर्णोद्धार का कार्य कराया जायेगा। उन्होंने बताया कि गयाजी में पितृ अर्पण एवं गुजरात के मेहसाणा सिद्धपुर में मातृ तर्पण होता है। अगर कोई व्यक्ति तर्पण के लिये इन दोनों स्थानों पर नहीं जा पाते हैं तो वे उज्जैन के गयाकोटा में तर्पण का कार्य करवा सकते हैं।
गयाकोटा तीर्थस्थल के विकास एवं सौन्दर्यीकरण के कार्य का भूमिपूजन विधिवत पूजन-अर्चन के साथ सम्पन्न हुआ। तीर्थस्थल के विकास एवं सौन्दर्यीकरण का कार्य कुल 2105.39 लाख रूपये की लागत से 3 चरणों में किया जाना प्रस्तावित है। प्रथम चरण के अन्तर्गत 14528 वर्गमीटर निर्माण क्षेत्र में 1063.11 लाख रूपये की लागत से फिल्टरेशन रूम, 8 दुकानें, गार्ड रूम, मन्दिर, पिण्ड सेरेमनी, टॉयलेट ब्लॉक एवं छत्रियों का निर्माण किया जायेगा। निर्माण कार्य की क्रियान्वयन एजेन्सी मप्र गृह निर्माण एवं अधोसंरचना विकास मण्डल संभाग उज्जैन रहेगी। संविदाकार मेसर्स श्यामा डेवलपर्स इन्दौर रहेगी। धर्मस्व विभाग ने प्रथम चरण की प्रशासकीय स्वीकृति 1063.11 लाख की प्रदान कर दी है। प्रथम चरण का कार्य 18 माह में पूर्ण किया जाना प्रस्तावित है। द्वितीय चरण में अन्नक्षेत्र, सभागृह एवं घाटों का निर्माण का कार्य किया जायेगा। द्वितीय चरण में निर्माण क्षेत्र 8402 वर्गमीटर रहेगा। तृतीय चरण में 375.70 लाख रूपये व्यय किये जायेंगे। तृतीय चरण में पार्किंग स्थल एवं अन्य विकास कार्य 10667 वर्गमीटर में किया जायेगा। तृतीय चरण में 723.88 लाख रूपये व्यय किये जायेंगे।