अन्तर्राश्ट्रीय वृद्धजन दिवस पर सेवाधाम में नारायण सेवा और भागवत कथा में वरिश्ठजनों का हुआ सम्मान
असहाय बुजुर्ग को श्रीमद् भागवत कथा के दौरान सेवाधाम ने अपनाया
उज्जैन। अन्तर्राश्ट्रीय वृद्धजन दिवस पर ‘अंकित ग्राम’ अंबोदिया स्थित सेवाधाम आश्रम में उज्जयिनी वरिश्ठ नागरिक संगठन द्वारा वरिश्ठजन सम्मान समारोह का भव्य आयोजन किया गया। समारोह को सम्बोधित करते हुये सेवाधाम आश्रम के संस्थापक सुधीर भाई गोयल ने कहा कि अन्तर्राश्ट्रीय दिवस अधिकतर पष्चिमी देषों से षुरु हुये है मगर हमारे देष में सेवाधाम जैसी संस्थाओं में प्रत्येक दिन वृद्धजन दिवस के रुप में मनाया जाता है। हमारे देष में परिवार जैसी संस्था के माध्यम से वृद्धजनों की सेवा का कार्य होता है परन्तु उसी समाज में मॉ बाप का भी भरण पोशण करने को कोई तैयार नहीं होता है। बुजुर्गों के सपने उस समय अपने नही होते, जब उनके बुढ़ापे की लाठी समझी जाने वाले बच्चे ही उनको अपने घर संसार और परिवार से हमेषा-हमेषा के लिए जुदा कर देते है। जिन्हें मान मन्नतो से पाला-पौसा वे ही उन्हें पालने-पौसने के लिए मना कर देते है और वे असहाय स्थिति में अपनी रूठी किस्मत को मनाने के लिए सेवाधाम जैसे इसी कार्य को समर्पित आश्रय गृहों का सहारा लेते है। सुधीर भाई ने अन्त में कहा कि भविश्य में वरिश्ठजनों हेतु और बेहतर सुविधायें देने का संकल्प लिया। आश्रम के बुजुर्गो ने उपस्थितजनों को अपने संस्मरण भी सुनाये। समारोह के दौरान सभी बुजुर्गो का सम्मान मंगल तिलक, माला, पुश्प एवं साफे पहनाकर किया गया। इस अवसर पर आश्रम के संचालक सुधीर भाई, श्रीमती कांता भाभीजी सहित नन्हें-मुन्हें बच्चों ने समस्त वृद्धजनों की नारायण सेवा के बाद आषीर्वाद प्राप्त किया। कार्यक्रम में विषेश रूप से उपस्थित सपत्निक श्री मुकेष बेदी, दिल्ली, श्री दर्षन षाह, मुम्बई, श्री मल्केष षाह सूरत, श्री सिद्धार्थ गोयल के साथ ही अन्य उपस्थित गणमान्यजनो ने भी वृद्धजनों का साफा पहनाकर सम्मान किया। साथ ही साथ इन्दौर के प्रसिद्ध उद्योगपति एवं समाजसेवक श्री राधेष्यामजी षर्मा ‘गुरूजी’ की ओर से स्व. श्री बंषीधरजी हरितवाल की पावन स्मृति में विषेश भोजन प्रसादी आयोजित की गई है।