व्यसन मुक्त भारत आंदोलन के तहत आज सुबह प्रभातफैरी, शाम को दीपयज्ञ
उज्जैन। अखिल विश्व गायत्री परिवार द्वारा अपने व्यसन मुक्त भारत आन्दोलन के अन्तर्गत राष्ट्रपिता बापू की 150वीं जयंती पर नशा भारत छोड़ो अभियान प्रारंभ किया जा रहा है। जिसके तहत आज सुबह प्रभात फैरी तथा शाम को दीप यज्ञ होगा।
अखिल विश्व गायत्री परिवार के डॉ. प्रणव पण्ड्या ने बताया कि इस अभियान में देश के प्रमुख आठ राज्यों में वीडियो रथ के माध्यम से नशा मुक्ति का संदेश दिया जा रहा है। 2 अक्टूबर को इस विषय में देश के लगभग 400 जिलों में लगभग 600 स्थानों पर व्यसन मुक्ति के लिये जन जागरण हेतु कार्यक्रम होंगे। प्रातः प्रभात फेरी, दोपहर में व्यसन से गंदे हुये सार्वजनिक स्थानों पर स्वच्छता कार्यक्रम एवं सायं व्यसन मुक्ति दीप यज्ञ एवं संकल्प करवाया जायेगा इसी कड़ी में उज्जैन नगर में इस राष्ट्रव्यापी नशा भारत छोड़ो अभियान के दौरान एक सप्ताह तक अनेक आयोजन होंगे। इसके अंतर्गत आज 2 अक्टूबर को सुबह 7 बजे गायत्री शक्तिपीठ उज्जैन से ट्राफिक उद्यान क्षीरसागर मैदान तक प्रभात फेरी निकाली जाएगी। प्रभातफेरी के समापन पर 8 से 10 बजे तक अतिथियों के उद्बोधन, स्वच्छता श्रमदान होगा। 10 बजे से शाम 4 बजे तक चिंतामन गणेश क्षेत्र के ग्रामों-मगरौला, चिंतामन जबासिया, तालौद, टंकारिया, आकासोदा, बामौरा, चंदूखेड़ी में जनजागरण यात्रा निकलेगी। सांय 6 बजे गायत्री शक्तिपीठ उज्जैन पर व्यसन मुक्ति दीपयज्ञ होगा। वहीं 3 से 7 अक्टूबर तक विद्यालयों, महाविद्यालयों, महिला मण्डलों में व्यसन संबंधित प्रश्नोत्तरी का आयोजन होगा। 8 अक्टूबर को सांय 7 बजे गायत्री शक्तिपीठ उज्जैन पर खुला प्रश्न मंच और पुरस्कार वितरण होगा। इस दौरान व्यसन से ग्रसित व्यक्तियों से एवं जो इस आदत के शिकार नहीं हैं उनसे भी संकल्प पत्र भरवाया जायेगा। शासकीय तंत्र को भी व्यसन पर रोक लगाने हेतु विनम्रतापूर्वक निवेदन किया जायेगा। इस अभियान में देश के सभी प्रमुख शहरों में एक दिन, एक समय, एक साथ यह अभियान आरम्भ होगा जिसका एकमात्र उद्देश्य इस देश से नशे को पूर्णतः हटाकर व्यसन मुक्त भारत का निर्माण करना है।
प्रचार प्रसार सेवक देवेन्द्र श्रीवास्तव के अनुसार आठ राज्यों में 2 अक्टूबर से आरम्भ होने वाली यह रथ यात्रा विविध शिक्षण संस्थानों, सामाजिक, शासकीय संस्थाओं में जाकर वीडियो, नारों, गीतों एवं प्रदर्शनी के माध्यम से नशे के लिये जन जन को जागरूक करने का कार्य करेगी। इन आठ राज्यों में विद्यार्थियों एवं युवाओं को विशेष रूप से लक्ष्यित किया जायेगा क्यों कि यही पीढ़ी आगे आकर हमारे देश का भविष्य बनायेगी। इस रथ यात्रा में 31 जनवरी 2019 तक की अवधि में लगभग 17 हजार कि मी की कुल यात्रा की जायेगी। इस विषय में ज्ञातव्य है कि पिछले वर्ष भी इसी अवधि में अखिल विश्व गायत्री परिवार ने युवाओं को जागृत करने, उन्हें संगठित कर राष्ट्र के नव निर्माण में संलग्र करने के लिये ऐसी ही रथ यात्रायें पूरे देश में निकाली गई थीं जिनके परिणास्वरुप देश के लाखों युवा रचनात्मक कार्यों के प्रति संकल्पित हुये थे और उसी के तारतम्य में यह व्यसन मुक्त भारत अभियान अब पूरे देश भर में आरम्भ हो रहा है। इसी वर्ष अप्रैल में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी प्रदेश भर से एक लाख गायत्री परिजनों ने एक करोड़ लोगों के हस्ताक्षर करवा कर व्यसनमुक्त उत्तर प्रदेश घोषित करने की मांग शासन से की थी। गायत्री परिवार ने देश से व्यसनों को हटाकर एक स्वच्छ एवं सभ्य समाज की रचना हेतु व्यसनमुक्त भारत निर्माण का बीड़ा उठा लिया है।