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सोसायटी प्रेस क्लब और सिटी प्रेस क्लब का विलय


उज्जैन @ सोसायटी फॉर प्रेस क्लब उज्जैन के गत वर्ष हुए चुनाव के बाद से उज्जैन पत्रकार जगत दो खेमों में बँट गया था, जिसका विलय रविवार को प्रेस क्लब की साधारण सभा के दौरान सशर्त हुआ। प्रेस क्लब उज्जैन की चुनाव बाद पहली वार्षिक साधारण सभा का आयोजन प्रेस क्लब अध्यक्ष विशालसिंह हाड़ा की अध्यक्षता में तरणताल स्थित प्रेस क्लब कार्यालय पर सभी सदस्यों की उपस्थिति में हुआ। साधारण सभा के दौरान प्रेस क्लब कोषाध्यक्ष प्रदीप मालवीय द्वारा प्रेस क्लब की वर्षभर की विभिन्न उपलब्धियों व आय-व्यय का ब्यौरा दिया गया। वहीं सचिव विक्रमसिंह जाट ने पत्रकारों के हित में अभी तक किए गए कार्यों व भावी योजनाओं से सदस्यों को अवगत कराया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए उपाध्यक्ष उदयसिंह चंदेल ने सभी पत्रकारों व गणमान्य सदस्यों को मंच से अपनी बात रखने का अवसर दिया। इस दौरान उपाध्यक्ष पुष्करण दुबे ने अपनी बात रखते हुए प्रेस क्लब की एकता को बरकरार रखने का आह्वान किया। वरिष्ठ पत्रकार डॉ. देवेन्द्र जोशी ने अपनी बात रखते हुए शहर में चल रहे दो समानान्तर पत्रकार संस्थाओं से तटस्थ पत्रकारों की पीड़ा को सबके सामने रखा। पत्रकार महेन्द्रसिंह बैस ने कहा कि मतभेद को मनभेद में तब्दील न करें सभी पत्रकार अपनी मातृसंस्था के प्रति कृतसंकल्पित हो और बैठकर अपनी समस्याओं और शिकायतों को सुलझाने की कोशिश करें। उन्होंने कहा कि पत्रकारों की बीच पड़ी इस फूट के चलते अधिकारी व प्रशासनिक वर्ग प्रेस का उपहास कर रहे हैं। कार्यकारिणी सदस्य धर्मेन्द्र भाटी ने अपनी बात रखते हुए कहा कि हमारे कार्यकाल में एक भी अपात्र सदस्य को सदस्यता नहीं दी गई और जो अपात्र हैं, उनके नाम जगजाहिर है। इस पर पत्रकार रवि सेन ने उक्त नामों की सूची सार्वजनिक करने की मांग करते हुए चुनाव के समय किए गए वादों को पूरा करने के लिए पदाधिकारियों को कहा। इस बीच सीटी प्रेस क्लब के शैलेन्द्र कुल्मी ने अपनी शिकायत को सार्वजनिक करते हुए चुनाव के दौरान जोड़े गए 27 नामों को हटाने की शर्त रखी। उन्होंने आरोप लगाया था कि चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए इन अपात्र सदस्यों को सदस्यता दी गई थी। इस पर वरिष्ठ पत्रकार भूपेन्द्र दलाल ने संज्ञान लेते हुए उक्त नामों पर विचार करने के लिए वरिष्ठ पत्रकारों की एक 11 सदस्यीय समिति बनाने का विचार किया गया। धर्मेन्द्र भाटी व श्री दलाल ने एक स्वर में कहा कि केवल 27 नामों पर ही नहीं सभी 327 सदस्यों की जांच यह समिति करेगी। इस पर दोनों पक्षों ने अपनी रजामंदी दी। साथ ही समिति में दोनों संस्थाओं से अपने-अपने नाम देने को कहा। भोजनावकाश के पश्चात समिति बना दी गई तथा दोनों संस्थाओं ने इस पर अपनी सहमति दी। उक्त समिति 7 दिवस में सभी प्रेस क्लब सदस्यों के नामों की जांच कर निष्पक्ष कार्यवाही करेगी। अंत में वरिष्ठ पत्रकार राजेन्द्र पुरोहित द्वारा साधारण सभा में उपस्थित हुए सभी पत्रकार साथियों का आभार करते हुए दोनों संस्थाओं के सदस्यों को इस विलय पर बधाई देते हुए सदस्यता के मानदण्ड तय करने का अनुरोध भी किया। इस अवसर पर प्रेस क्लब के सह-सचिव जितेन्द्रसिंह ठाकुर, पं. राजेश जोशी, शादाब अंसारी, सचिन सिन्हा, डॉ. गणपतसिंह चौहान, रामचन्द्र गिरि, पं. देवेन्द्र पुरोहित, नीलेशराव खोयरे, पं. आलोक शर्मा, हर्ष जायसवाल, सुदर्शन सोनी, सुमेरसिंह सोलंकी सहित बड़ी संख्या में सदस्य उपस्थित थे। 

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