उज्जैन में 5 लाख बच्चों और 1 लाख से ज्यादा गर्भवती महिलाओं को मिला टीकाकरण का लाभ
Ujjain @ विश्व के स्वास्थ्य कार्यक्रम में प्रबंधन की दृष्टि से राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम सबसे बड़ा कार्यक्रम है। केन्द्र सरकार द्वारा गर्भवती महिलाएं और जन्म से लेकर 15 वर्ष तक की आयु वाले बच्चों को घातक बिमारियों से बचाने के लिए यह टीके नि:शुल्क लगाए जा रहे है। उज्जैन जिले में 1 लाख से ज्यादा गर्भवती महिला और 5 लाख से ज्यादा बच्चों को टीकाकरण का लाभ मिला है।
देश में 15 वर्ष तक की आयु के बच्चों तथा गर्भवती महिलाओं को घातक रोगों से बचाने के लिए केन्द्र सरकार कारगर कदम उठा रही है। सरकार द्वारा राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम के अंतर्गत बच्चे को (टी.बी) डिप्थीरिया, परटूसिस (काली खाँसी), टिटनेस, खसरा और पोलियो जैसे घातक रोगों से बचने के लिए सही समय पर रक्षा करने वाली वैक्सीन्स की पर्याप्त खुराक दी जाती है। जिससे वह भविष्य में इन घातक/अपंग करने वाली बीमारियों से काफी हद तक बचा रहता है।
जबकि पहली बार गर्भधारण करने पर, हर स्त्री को टिटनेस टॉक्साइड (टी.टी) के 2 टीके लगाए जाते है। ये टीके गर्भावस्था में कभी भी लगवाए जा सकते हैं, हालाँकि समय से पहले हो जाने वाले प्रसव तथा गर्भपात को कवर करने के लिए इन्हें गर्भावस्था के शुरू में लगवाना अधिक लाभकारी होता है।
मध्यप्रदेश की बात की जाए तो प्रतिवर्ष 21 लाख गर्भवती महिला और 19 लाख शिशु जन्मदर है। जिन्हें साल में 4 बार टीकाकरण की आवश्यकता होती है। इसकी सफलता के लिए प्रदेश भर में करीब 14 हजार एएनएम, 80 हजार आशा कार्यकर्ता और करीब 1 लाख आंगनवाड़ी कार्यकर्ता काम करती है। प्रदेश के 51 जिले में 314 ब्लॉक के साथ ही करीब 1200 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के माध्यम से वैक्सीन का परिवहन और स्टोरेज किया जाता है। जो गर्भवती महिला और 15 वर्ष की आयु तक के बच्चों के लिए टीकाकरण करते है।
उज्जैन जिले की बात की जाए तो 54 हजार 636 गर्भवती महिलाओं को टीटी-1, टीटी-2 और टीटी बोस्टर तीनों प्रकार के टीके लगाने के लिए का टारगेट दिया गया था। जिसमें 29265 महिलाओं को टीटी-1, 27941 महिलाओं को टीटी-2 और 14762 महिलाओं को टीटी बोस्टर टीका लगाया गया।
जबकि राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम के तहत वर्ष 2017-18 में उज्जैन जिले के 31191 बच्चों को जन्म के समय बीजीसी टीका लगाया गए। डेढ माह के 43354 बच्चे को ओपीवी-1 टीका लगाए गए। ढाई माह के 41998 बच्चे को ओपीवी-2 टीका लगाए गए। साढे तीन माह के 41648 बच्चे को ओपीवी-3 टीका लगाए गए।
वहीं जिले में 12 माह के 41659 बच्चों को मीजल्स वैक्सीन लगाए गए। 5 साल के 35202 बच्चों को डीपीटी, 10 साल के 31778 बच्चे को टी वैक्सीन और 15 साल के 28894 बच्चों को टीटी वैक्सीन लगाए जा रहे है। इसके अलावा भी कई घातक बीमारियों से बच्चे के लिए अन्य टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। उज्जैन जिले में योजना का क्रियान्वयन तेजी से हो रहा है। सभी आंगनवाड़ी, शासकीय अस्पतालों और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर यह टीके नि:शुल्क लगाए जा रहे है।