मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना से बचाई जा सकी भोला की जान
उज्जैन । कृषि मजदूरी करने वाले श्री भंरवलाल सोलंकी के घर दो बच्चियों के बाद एक पुत्र का जन्म हुआ था। जिले की नागदा तहसील के ग्राम गुराड़िया पित्रामल के रहने वाले श्री भंवरलाल सोलंकी व उनकी पत्नी पुत्र-प्राप्ति पर बेहद खुश एवं प्रसन्न थे। जब पुत्र छह माह का हो गया तो पति-पत्नी को महसूस हुआ कि उनका पुत्र उसकी उम्र के अन्य बच्चों की तुलना मे कम वजन का है। उन्होंने स्थानीय स्तर पर चिकित्सक को दिखाया। चिकित्सक ने उन्हें तुरन्त सी.एच.एल. अपोलो हॉस्पिटल इन्दौर भेज दिया। हॉस्पिटल मे चिकित्सको द्वारा जांच करने पर बच्चे के हृदय मे छेद पाया गया, जिसके उपचार हेतु खर्च लगभग ढाई लाख रूपये बताया गया।
चूंकि इस परिवार की पृष्ठभूमि कृषि मजदुर की थी अतः इतनी बड़ी राशि जुटा पाना इनके बस की बात नहीं थी। वे अपने पुत्र को पुनः घर ले आये। अब भगवान भरोसे ही बच्चे के स्वस्थ्य होने की कामना करने लगे। इस दौरान पुत्र जब भी छोटी-मोटी बीमारी जैसे- सर्दी, जुकाम, बुखार व अन्य बीमारी से ग्रसित होता तो उसका स्थानीय स्तर पर उपचार करवा लेते थे। धीरे-धीरे भोला एक वर्ष चार माह का हो गया लेकिन प्रायः वह बेहद कमजोर दिखता था एवं सामान्य बच्चों जैसे खेलता भी नहीं था। उसी समय आर.बी.एस.के. की टीम आंगनवाड़ी में भ्रमण पर थी तो भोला की मां उसको चिकित्सक से परीक्षण हेतु लाई, जहां आर.बी.एस.के. टीम द्वारा भोला का परीक्षण किया गया। भोला के बेहद कमजोर होने पर उसे जिला शीघ्र हस्तक्षेप केन्द्र (डी.ई.आई.सी.) जिला चिकित्सालय उज्जैन में भेजा गया।
जिला चिकित्सालय में शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ.यु.पी.एस.मालवीय द्वारा भोला का परीक्षण किया गया। शिशुरोग विशेषज्ञ डॉ.एम.एल.मालवीय ने आर.बी.एस.के. समन्वयक श्री विरेन्द्र वर्मा को बुलवाया एवं भोला के तुरन्त उपचार हेतु कार्यवाही करने हेतु कहा गया। शासन की महत्वपूर्ण योजना राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आर.बी.एस.के.) के माध्यम से भोला के हृदय में छेद के ऑपरेशन हेतु बैंगलोर भेजा गया। विगत 30 अगस्त 2018 को भोला का सफल ऑपरेशन सम्पन्न हुआ। ऑपरेशन पर लगभग देढ़ लाख रूपये का खर्चा आया।
एक माह पश्चात भोला के माता-पिता पुनः स्वास्थ्य परीक्षण हेतु शिशुरोग विशेषज्ञ डॉ.यु.पी.एस.मालवीय के समक्ष उपस्थित हुए। चिकित्सक द्वारा परीक्षण उपरांत भोला को पूर्ण स्वस्थ्य पाया एवं यह बात उसके माता-पिता को समझाई कि अब भोला को किसी भी प्रकार का खतरा नहीं है एवं धीरे-धीरे यह सामान्य बच्चों के की तहत स्वस्थ्य जीवन जी सकेगा। यह सब बातें सुनकर भोला के माता-पिता की खुशी का ठीकाना नहीं रहा। उन्होंने मुख्यमंत्री की निःशुल्क मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना का हृदय से आभार माना व आर.बी.एस.के. की टीम व स्टाफ का धन्यवाद दिया। उक्त जानकारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला उज्जैन डॉ.एम.एल.मालवीय द्वारा प्रदान की गई।