वर्तमान परिप्रेक्ष्य में आयुर्वेद की उपयोगितासिद्ध करने के लिये दस्तावेजीकरण की आवश्यकता
संभागायुक्त ने आयुर्वेद महाविद्यालय सहित, 2 अन्य विभागों का आकस्मिक निरीक्षण किया
उज्जैन । संभागायुक्त श्री एमबी ओझा ने मंगलवार 25 सितम्बर को प्रात: शासकीय स्वशासी धन्वंतरि आयुर्वेद चिकित्सा महाविद्यालय, क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय और ग्रामीण यांत्रिकी सेवा कार्यालय का निरीक्षण किया। सर्वप्रथम संभागायुक्त श्री ओझा ने आयुर्वेद महाविद्यालय में वनौषधि उद्यान, आयुर्वेद फार्मेसी, पुस्तकालय, एनाटॉमी म्युजियम तथा कॉन्फ्रेंस हॉल आदि का निरीक्षण किया। इस दौरान संभागायुक्त ने आयुर्वेद चिकित्सकों से कहा कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में आयुर्वेद की उपयोगिता सिद्ध करने के लिये दस्तावेजीकरण की महत्वपूर्ण आवश्यकता है। आयुर्वेद की वैदिक परम्परा तथा लौकिक परम्परा का जिक्र करते हुए प्राचीनतम चिकित्सा पद्धति बताया।
संभागायुक्त श्री ओझा ने संस्थान में चल रहे स्नातकोत्तर शोध अध्येताओं के शोध कार्यों की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने औषधियों की पहचान, मानकीकरण और दस्तावेजीकरण पर चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिये। संभागायुक्त ने महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.जेपी चौरसिया को निर्देश दिये कि आयुर्वेद फार्मेसी के लिये अन्य बड़े संस्थानों जैसे हरिद्वार के पतंजली फार्मेसी, धुपापेश्वर की फार्मेसी, कालड़ा की फार्मेसी, जामनगर, जयपुर आदि आयुर्वेद फार्मेसियों में चिकित्सा अधिकारियों एवं फार्मेसी छात्रों को रिसर्च के लिये भेजा जाये, ताकि उन संस्थाओं से हमें सीख मिले। संभागायुक्त ने भस्म बनाने हेतु पुट प्रक्रिया का अवलोकन किया। इस अवसर पर प्राचार्य श्री जेपी चौरसिया, संयुक्त आयुक्त श्री प्रतीक सोनवलकर, संभागीय आयुष अधिकारी डॉ.प्रदीप कटियार, जिला आयुष अधिकारी डॉ.ओपी पालीवाल, मीडिया प्रभारी डॉ.प्रकाश जोशी, महाविद्यालय के आचार्यगण डॉ.विजय कीर्ति जैन, डॉ.नृपेन्द्र मिश्र, डॉ.राकेश निमजे, डॉ.दीवाकर पटेल, डॉ.निर्मला कुशवाह आदि उपस्थित थे।
गन्दगी पर नाराजगी, सफाई पर विशेष ध्यान देने के निर्देश
संभागायुक्त श्री एमबी ओझा ने आयुर्वेद महाविद्यालय के निरीक्षण के बाद देवास रोड भरतपुरी स्थित क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जगह-जगह गन्दगी देखकर नाराजगी प्रकट की और क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी श्री संतोष कुमार मालवीय को साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिये। संभागायुक्त ने सर्वप्रथम परिवहन कार्यालय के नीचे एजेन्टों के बैठने के परिसर का निरीक्षण किया। इसके बाद उन्होंने लायसेंस नवीनीकरण कक्ष, पुराना पंजीयन कक्ष आदि कक्षों का निरीक्षण कर सम्बन्धितों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। श्री ओझा ने आरटीओ को निर्देश दिये कि जिन अभिलेखों का डिजिटाईजेशन हो गया है उन रिकार्ड के विनिष्टीकरण की कार्यवाही की जाये। संभागायुक्त ने लायसेंस फीस, लर्निंग, पंजीयन, फिटनेस आदि के बारे में विस्तार से आरटीओ से जानकारी प्राप्त की। वहीं उन्होंने एजेन्टों से भी चर्चा की।
संभागायुक्त ने क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय में स्टाफ के कर्मचारियों से चर्चा की। शासन से प्राप्त होने वाले सर्कुलेशन आदि की गार्ड फाइल न होने पर नाराजगी प्रकट करते हुए सम्बन्धित कर्मचारी को निर्देश दिये कि गार्ड फाइल बनाई जाये। संभागायुक्त ने दौरा डायरी, ऑडिट आपत्तियां, कैशबुक, आवक-जावक रजिस्टर आदि का अवलोकन किया और सम्बन्धित कर्मचारियों को व्यवस्थित काम करने के निर्देश दिये। काम ठीक नहीं करने वाले कर्मचारियों के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही करने के निर्देश दिये। इस अवसर पर संयुक्त आयुक्त श्री प्रतीक सोनवलकर, उपायुक्त श्री पवन जैन, यूडीए सीईओ श्री अभिषेक दुवे, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी श्री संतोष कुमार मालवीय आदि उपस्थित थे।
अपूर्ण कार्यों को पूर्ण कराने के निर्देश
संभागायुक्त श्री एमबी ओझा ने कोठी परिसर स्थित अधीक्षण यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा कार्यालय का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने भण्डार कक्ष, स्थापना आदि कक्षों का निरीक्षण कर कार्यालय की सफाई व्यवस्था पर प्रसन्नता प्रकट की। संभागायुक्त ने ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग द्वारा विभिन्न विभागों के किये जा रहे अपूर्ण कार्यों को पूरा करने के निर्देश दिये। उन्होंने सम्बन्धित अधिकारी को निर्देश दिये कि इस सम्बन्ध में विभाग के पीएस एवं सचिव को उनकी ओर से अर्द्धशासकीय पत्र भेजा जाये। संभागायुक्त ने भ्रमण, दौरा डायरी, विभाग द्वारा अन्य किये जा रहे कार्यों आदि का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।