पीएम मुद्रा योजना में उज्जैन जिले के 3040 हितग्राहियों को मिला लाभ
Ujjain @ प्रधानमंत्री मुद्रा योजना छोटे एवं नए व्यापारियों के लिए वरदान साबित हो रही है। इस योजना के तहत युवा उदमी बिना ग्यारंटी के बैंक से लोन प्राप्त कर अपना काम शुरू कर रहे है। युवाओं को स्वरोजगार की राह दिखाती यह योजना देखते है उज्जैन से जमीनी हकीकत। खास बात यह है कि योजना की शुरूआत होने के बाद से अब तक उज्जैन जिले में 3 हजार 40 लोगों को लाभ दिया गया। बैंकों द्वारा इस हितग्राहियों को करीब 42 करोड़ का लोन दिया गया।
केंद्र सरकार ने छोटे उद्यम शुरू करने के लिए प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) की शुरूआत की है। इसके तहत लोगों को अपना उद्यम (कारोबार) शुरू करने के लिए छोटी रकम का लोन दिया जाता है। यह योजना अप्रैल 2015 में शुरू हुई थी। योजना में शिशु लोन के लिए 50 हजार तक, किशोर लोन के तहत 50 हजार से 5 लाख तक और तरुण लोन के तहत 5 लाख से 10 लाख रूपए तक का लोन दिया जाता है।
मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले की बात की जाए तो शासकीय और अशासकीय बैंकों द्वारा योजना शुरू होने के बाद से अब तक 3040 हितग्राहियों को लोन दिया गया। जिसमें कुल 42.81 करोड़ रूपए का लोन दिया गया। शिशु केटेगिरी में 1382 लोगों को 6 करोड़ 12 लाख की राशि दी गई। किशोर केटेगिरी में 1213 हितग्राहियों को 13 करोड़ 48 लाख रूपए के लोन मंजूर किए गए। जबकि तरुण वर्ग में 398 हितग्राहियों को 23 करोड़ 11 लाख रूपए का लाभ मिला है।
उज्जैन के संदीप कछवाय के अनुसार पहले वो कुछ काम नहीं करते थे, लेकिन जैसे ही उन्हें प्रधानमंत्री मुद्रा योजना की जानकारी मिली तो वो बैंक पहुंचे और उन्होंने इसके बारे में जानकारी ली। कुछ ही दिनों में संदीप कछवाय का 9 लाख रूपए का लोन स्वीकृत हो गया। संदीप ने उज्जैन के आगर रोड़ पर राखी ट्रेडर्स के नाम से दुकान खोली। अब वह गिट्टी, सीमेंट, सरिया सहित कई सामाग्रियों का विक्रय कर रहे है। पहले से उन्हें अच्छी आमदनी हो रही है।
वही मक्सी रोड़ पर भंवरसिंह डोडिया पहले बीएस टेलर के नाम से स्वयं दुकान संचालित करते थे। उन्होंने न्यूज पेपर में प्रधानमंत्री मुद्रा योजना का विज्ञापन देखा और फिर बैंक जाकर फार्म जमा किया। बैंक से कुछ ही दिनों में भंवरसिंह को फोन आया और उनका 3 लाख 20 हजार रूपए का लोन मंजूर हो गया। जिसके बाद अब डोडिया ने अपनी टेलर मटेरियल की दुकान का विस्तारीकरण कर लिया है। साथ ही 3 अन्य लोगों को रोजागार भी दिया है। वे समय पर बैंक की किश्त जमा भी करते है।
इसी तरह सेठीनगर की रहने वाली ज्योति वैष्णव की पहले आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। उन्हें घर चलाने के लिए काफी परेशानी होती थी। जिसके बाद ज्योति को बैंक ऑफ इंडिया के जरिए प्रधानमंत्री मुद्रा योजना की जानकारी मिली। ज्योति ने भी इस योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन किया। बैंक ने ज्योति के घर का निरीक्षण किया और उनको किराने की दुकान खोलने के लिए 1.20 लाख रूपए का लोन मंजूर किया। अब ज्योति किराने की दुकान संचालित कर रही है और उनकी आजिविका आसानी से चल रही है।