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किरण के लिये उम्मीदों की अनगिनत किरणें लेकर आई



उज्जैन | शहर की घनी आबादी से दूर विक्रम नगर रेलवे स्टेशन के पास कुछ गिनी-चुनी नवनिर्मित बस्तियां हैं, जहां एक तंग गली में 2 मकान छोड़कर तीसरे मकान में रहते हैं 53 वर्षीय राजेश मालवीय जो कि पेशे से चौकीदार हैं। राजेश किसी वजह से अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर पाये, लेकिन उनकी 18 वर्षीय बेटी किरण मालवीय के अन्दर शुरू से ही उन्होंने पढ़ाई के प्रति एक ललक देखी थी। कहते हैं न कि प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती है। प्रतिभावान कहीं भी हो सकते हैं। किसी के प्रतिभाशाली होने के लिये ये कतई जरूरी नहीं है कि वह अमीर है, मध्यम वर्गीय है या गरीब।
   लेकिन सबसे ज्यादा जरूरी होता है किसी की छुपी हुई प्रतिभा को पहचानना और फिर उसे आगे बढ़ने के लिये प्रोत्साहित करना नहीं तो कई बार ऐसी अनगिनत प्रतिभाएं गुमनाम गलियों में लुप्त हो जाती हैं। मशहूर अभिनेता आमीर खान की एक फिल्म का गीत भी यही सन्देश देता है- "खो न जाये ये तारे जमीं पे"।
   मध्य प्रदेश शासन द्वारा प्रदेश के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने और उनके सपनों को हकीकत में बदलने के लिये प्रतिभाशाली छात्र प्रोत्साहन योजना इसी उद्देश्य से प्रारम्भ की गई है। यदि कोई छात्र आर्थिक रूप से कमजोर है लेकिन प्रतिभावान है तो उसकी प्रारम्भिक पढ़ाई, यहां तक कि उसे उच्च शिक्षा दिलाने का भी पूरा वहन सरकार द्वारा किये जाने की घोषणा मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने की।
   स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा प्रतिभाशाली छात्र प्रोत्साहन योजना के अन्तर्गत 12वी कक्षा में अच्छे अंक लाने पर विद्यार्थियों को लेपटॉप खरीदने के लिये 25 हजार रूपये की राशि प्रदाय की जाती है। यह योजना प्रतिभाशाली किरण मालवीय के लिये उम्मीदों की अनगिनत किरणें लेकर आई। किरण ने दशहरा मैदान स्थित शासकीय कन्या उमावि से स्कूल शिक्षा ग्रहण की। 12वी कक्षा में गणित संकाय में अध्ययनरत किरण के सत्र 2017-18 में 82.5 प्रतिशत बने थे। इस पर किरण को लेपटॉप खरीदने के लिये 25 हजार रूपये की राशि और प्रशस्ति-पत्र तत्काल प्रदाय की गई।
   वर्तमान में किरण शासकीय गर्ल्स डिग्री कॉलेज में बीएससी कम्प्यूटर साइंस के प्रथम वर्ष में अध्ययनरत हैं। किरण आगे चलकर विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करना चाहती है। लेपटॉप के माध्यम से अब उन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी और साथ ही अपनी नियमित ग्रेजुएशन की पढ़ाई में बहुत सहायता मिलती है। कम्प्यूटर साइंस से जुड़े विभिन्न विषयों को समझने में किरण लेपटॉप का ही इस्तेमाल करती हैं।
   किरण के पिता राजेश मालवीय कहते हैं कि उनकी आमदनी इतनी नहीं थी कि अपनी बेटी को जमाने के साथ चलने के लिये लेपटॉप खरीदकर दे सकें, लेकिन मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने उनकी बेटी और ऐसे कई बच्चों को लेपटॉप उपलब्ध करवा कर दिये हैं, जिससे बच्चों को पढ़ाई करने में बहुत सुविधा मिली है। राजेश मालवीय और किरण दोनों मुख्यमंत्री का हृदय से आभार व्यक्त करते हैं। किरण मालवीय से उनके मोबाइल नम्बर 6260860497 पर सम्पर्क किया जा सकता है।

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