धूपदशमी महापर्व के लिए सजे मंदिर, आज जिनमंदिरों में होगी मंडल विधान की रचना
श्री चंद्रप्रभु जिनालय नमकमंडी जिर्णोध्दार के बाद आकर्षक साज सज्जा के साथ रहेगा आकर्षण का केन्द्र
उज्जैन। धूपदशमी के अवसर पर आज सभी जिन मंदिरों में आर्कषक मण्डल विधान की रचना की जाएगी। महापर्व को लेकर मंदिरों की साज-सज्जा की गई है। आज संपूर्ण समाज नगर के समस्त जिन मंदिरों की वंदना कर कर्मों की निर्जरा हेतु धूप खोवेंगे। धूप दशमी के पावन पर्व पर नमकमंडी मंदिर ट्रस्ट के अंतर्गत आने वाले अतिशय क्षेत्र नेमिनाथ मंदिर जयसिंहपुरा के बाद श्री चन्द्रप्रभु जिनालय नमकमण्डी को जिर्णाेद्धार के बाद आकर्षक साज सज्जा के साथ दर्शनार्थ हेतु तैयार किया गया है जो आज आकर्षण का केन्द्र रहेगा।
ट्रस्ट अध्यक्ष प्रकाश कासलीवाल एवं सचिव अनिल गंगवाल ने बताया कि मंदिर परिसर में सात थंबे व दो दिवारे हटाकर नव निर्मित भव्य हॉल के साथ ही सम्पूर्ण फट ऐलीवशन मार्बल कार्य से व कोलीवाडा के नक्काशीदार दरवाजो से तैयार किया गया है जो अपने आप में बहुत आकर्षक व भव्य स्वरुप में नजर आ रहा है। 23 सितम्बर अनंत चतुर्दशी के अवसर पर नमकमण्डी जिनालय से एवं 26 सितम्बर को जयसिंहपुरा दिगम्बर जैन मंदिरजी से दोपहर 2 बजे श्रीजी का विशाल चल समारोह निकाला जावेगा तथा अभिषेक सम्पन्न होंगे। 26 सितम्बर को ही सम्पूर्ण समाज की सामूहिक क्षमावाणी का पर्व भी मनाया जावेगा। इसी दिन कार्यक्रम का समापन व आभार प्रदर्शन भी होगा। धूपदशमी के अवसर पर जयसिंहपुरा स्थित पुरातत्व महत्व की अति प्राचीन एवं दुर्लभतम प्रतिमाओं के संग्रहालय को भी दर्शनार्थ खोला जावेगा जो कि विशेष आकर्षण का केन्द्र रहेगा। ट्रस्ट अध्यक्ष प्रकाश कासलीवाल एवं सचिव अनिल गंगवाल ने बताया कि आत्मशुद्धि एवं धार्मिक आराधना के महापर्व पर्वाधिराज पर्युषण पर्व के पावन अवसर पर समग्र जैन समाज 10 लक्षण धर्म क्षमा, मार्दव, आर्जव, सत्य, सोच, संयम, तप, त्याग, आकिंचन, ब्रह्मचर्य की आराधना में लीन हैं। इस अवसर पर मंदिरों में सामूहिक पूजन, स्वाध्याय, प्रवचन तथा सांस्कृतिक कायक्रम आयोजित किय जा रहे है। नमकमण्डी दिगम्बर जैन मंदिर में आचार्य 108 श्री विशुद्धसागरजी महाराज के परम प्रभावक शिष्य पं. दिनेश शास्त्री इंजीनियर (भिलाईवाले) द्वारा प्रतिदिन दोपहर में तत्वार्थ सूत्रजी का अर्थ एवं सायंकाल 10 लक्षण धर्म पर प्रवचन सम्पन्न हो रहे है। ट्रस्टी सुरेश बैनाडा, विमल जैसवाल, भागचंद सोगानी, मांगीलाल लुहाडिया, दिलीप कासलीवाल, धनकुमार जैन, नवीन जैन, सुबोध जैन, महावीर बागडिया, शैलेन्द्र जैन, संजीव गंगवाल, महेन्द्र चांदवाड, महावीर जैन गुना वाला, पुष्पेन्द्र बोहरा, अनिल टोंग्या के साथ सभी मण्डलों के पदाधिकारियों ने सम्पूर्ण समाज से समस्त कार्यक्रमों में उपस्थित होकर धर्मलाभ लेने का अनुरोध किया है।