घायल खुद पहुंचा कंट्रोल रूम, कहा जिसे पुलिस ने पकड़ा वह निर्दोष है
चाकूबाजी के मामले में चिमनगंज मंडी पुलिस ने 6 दिनों से निर्दोष को बिना प्रकरण दर्ज कर बैठा रखा-फरियादी खुद कह रहा जिसे पुलिस ने पकड़ा उसने नहीं चाकू नहीं मारा-छोड़ने के एवज में पुलिसकर्मियों द्वारा 30 हजार मांगने का आरोप
उज्जैन। चिमनगंज थाना क्षेत्र में हुई चाकूबाजी के एक मामले में पुलिस ने पिछले 6 दिनों से एक ऐसे युवक को थाने में बिना कारण बैठा रखा है जो निर्दोष है। परिजनों का आरोप है कि जब उसे छुड़ाने थाने पहुंचे तो पुलिस ने छोड़ने की बजाय 30 हजार रूपये की मांग की नहीं दिये तो पकड़े गए युवक के साथ मारपीट की। जबकि चाकूबाजी में घायल युवक पहले दिन से ही कह रहा है कि जिस युवक को पकड़ा उसने न तो उसके साथ मारपीट की और न ही चाकू मारा। शनिवार को चाकूबाजी में घायल युवक खुद पुलिस कंट्रोल रूम पहुंचा और उसने एसपी से पकड़े गए निर्दोष युवक को छोड़ने की गुहार लगाई।
पंवासा निवासी सुरेश पिता भंवरलाल को किसी ने चाकू मारे तो पुलिस 10 सितंबर को मक्सी रोड़ स्थित पंवासा में विश्वकर्मा कॉलोनी निवासी राहुल विश्वकर्मा पिता भेरूलाल विश्वकर्मा को उठा लिया। जबकि उसने कोई अपराध नहीं किया। न राहुल न कोई मारपीट की न चाकू मारा। फरियादी सुरेश स्वयं बोल रहा कि राहुल विश्वकर्मा द्वारा मेरे साथ कोई मारपीट नहीं की जिसके बावजूद भी उसे थाने में बैठा रखा है। राहुल के भाई राकेश विश्वकर्मा के अनुसार जब हमने थाने पर जाकर संपर्क किया तो बीएस चौहान ने कहा कि साहब से बात करकर मामले को निपटा लेंगे। जब राहुल की माता सुनीता बाई खाना देने गई तो बीएस चौहान द्वारा 30 हजार रूपये की मांग की। राहुल की मां ने गरीब होने और इतनी राशि नहीं होने का हवाला दिया तो राहुल के साथ उनके सामने ही मारपीट की। राकेश ने बताया कि थाने में बंद राहुल को टिफिन देने जाते हैं तो अभद्रता करते हैं। पिछले 6 दिनों से थाने पर बैठा रखा है बिना किसी कारण के। चिमनगंज पुलिस कोई जानकारी नहीं दे रही साथ ही धमकी दी जा रही है कि जब तक रूपये नहीं देंगे तब तक नहीं छोड़ेंगे। वहीं छोड़ने के एवज में रूपये मांग रहे हैं अन्यथा झूठे प्रकरण में फंसाने की धमकी दे रहे हैं। परिजनों ने मांग की कि राहुल को जल्द छोड़ा जाए तथा दोषियों पर कार्रवाई हो। इस अवसर पर दबंग हिंदू सेना के कार्यकर्ता भी मौजूद थे।