top header advertisement
Home - उज्जैन << ‘परंपरा’ कथक एवं लोकनृत्य कार्यशाला समापन पर हुआ ‘नृत्य प्रवाह’

‘परंपरा’ कथक एवं लोकनृत्य कार्यशाला समापन पर हुआ ‘नृत्य प्रवाह’


 

उज्जैन। श्री सर्वोत्तम संगीत एवं नृत्य अकादमी द्वारा रजत जयंती वर्ष अंतर्गत पं. सूर्यनारायण व्यास संकुल हॉल कालिदास अकादमी में ‘नृत्य प्रवाह’ का आयोजन किया गया। साथ ही ‘परंपरा’ कथक एवं लोकनृत्य कार्यशाला का समापन भी हुआ जिसमें वरिष्ठ कथक नृत्य गुरू दुर्गा आर्य का सारस्वत अभिनंदन भी किया गया। 

पं. हरिहरेश्वर पोद्दार के अनुसार नृत्य प्रवाह के अंतर्गत प्रशिक्षणार्थियों द्वारा नृत्य प्रस्तुतियां दी गई। साथ ही नृत्य गुरू दुर्गा आर्य ने भी मनमोहक प्रस्तुतियां दी। समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व कुलपति महर्षि पाणिनी संस्कृत विवि डॉ. मोहन गुप्त थे। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्जवलन एवं दुर्गा आर्य द्वारा गणेश वंदना से हुआ। आर्य ने शिव स्तुति की मनमोहक प्रस्तुति भी दी। इसके अलावा लोकनृत्य, लीली घोड़ी, कानवालिया, घूमर की भी विशेष प्रस्तुतियां हुई। 

Leave a reply