उज्जैन में चहुंओर विकास किया गया, शासन द्वारा समाज के हर वर्ग के उत्थान और विकास के लिये निरन्तर कार्य किये गये –मंत्री श्री जैन
ऊर्जा मंत्री श्री जैन ने 70 लाख रूपये के निर्माण कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण किया
700 हितग्राहियों को असंगठित श्रमिक स्मार्टकार्ड वितरित किये
उज्जैन । प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्री पारस जैन ने शुक्रवार को शहर के वार्ड-16 नगर कोट की रानी में नगर पालिक निगम उज्जैन द्वारा निर्मित 30 लाख रूपये की लागत के भगवान लवकुश मांगलिक भवन का लोकार्पण किया और 40 लाख रूपये की लागत से बनने वाले भवन के प्रथम तल का भूमिपूजन किया। इस अवसर पर महापौर श्रीमती मीना जोनवाल, यूडीए अध्यक्ष श्री जगदीश अग्रवाल, श्री सोनू गेहलोत, श्री सत्यनारायण चौहान, श्री इकबालसिंह गांधी एवं अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद थे।
लोकार्पण और भूमिपूजन के पश्चात मंत्री श्री जैन ने मुख्यमंत्री असंगठित श्रमिक कल्याण योजना के अन्तर्गत 700 हितग्राहियों को स्मार्टकार्ड वितरित किये। मंत्री श्री जैन ने इस अवसर पर कहा कि पूरे उज्जैन में चहुंओर विकास के कार्य किये गये हैं। मध्य प्रदेश शासन द्वारा समाज के सभी वर्गों के उत्थान और विकास के लिये कार्य किया गया है और कई योजनाएं चलाई गई हैं। पहले नगर कोट की रानी क्षेत्र में कई भवन और सड़क कच्चे हुआ करते थे, जिस कारण स्थानीय लोगों को आवागमन में बहुत परेशानी होती थी। इसके अलावा विभिन्न सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन के लिये काफी अर्से से यहां सामुदायिक भवन बनाये जाने की दरकार थी।
सामुदायिक भवन बन जाने से अब स्थानीय लोगों को अपने घर से ज्यादा दूर जाकर कार्यक्रम नहीं करना पड़ेंगे। मंत्री श्री जैन ने रहवासियों को नये सामुदायिक भवन की शुभकामनाएं दीं।
स्मार्टकार्ड वितरण के दौरान मंत्री श्री जैन ने कहा कि संबल योजना के अन्तर्गत उज्जैन में 93 हजार लोगों द्वारा आवेदन किये गये, जिनमें से उज्जैन उत्तर में 53 हजार लोगों ने आवेदन किया है। संबल योजना के तहत पंजीयन अभी भी जारी है। जिन पात्र लोगों ने अभी तक इस योजना के तहत पंजीयन नहीं करायें हैं वे तुरन्त नगर निगम के झोनल कार्यालय में जाकर पंजीयन करायें। मंत्री श्री जैन ने कहा कि आज जिन 700 लोगों को कार्ड मिल रहे हैं, वे इसे बहुत संभाल कर रखें जैसे अपने रूपये और अन्य कीमती चीजें संभालकर रखते हैं। शासन की जन्म से लेकर मृत्यु तक की विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलवाने में यह स्मार्टकार्ड काम में आयेगा।
चाहे बहुसंख्यक वर्ग के लोग हों या अल्पसंख्यक मध्य प्रदेश सरकार ने सबकी भलाई के लिये कार्य किये हैं। मुख्यमंत्री सामुदायिक विवाह योजना के अन्तर्गत एकतरफ फेरे होते हैं तो दूसरी तरफ निकाह कराये जाते हैं। सामुदायिक सद्भाव की एक अनोखी मिसाल देखने में आती है। शासन द्वारा बिना भेदभाव के सदैव प्रदेश की जनता के हित को ध्यान में रखते हुए योजनाएं बनाई गईं और उन्हें क्रियान्वित किया गया है। देश के प्रधानमंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा सबका साथ सबका विकास किया जा रहा है। प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा नौकरी में सिफारिश को पूर्ण रूप से बन्द किया गया और विभिन्न भर्तियों में पूर्ण रूप से पारदर्शिता लाई गई है। अब कोई भी नौकरी केवल योग्यता और मेरिट के आधार पर मिलेगी। श्री जैन ने उदाहरण देते हुए कहा कि यदि उनका स्वयं का पुत्र भी किसी नौकरी के योग्य नहीं है तो उसे नौकरी नहीं मिलेगी, लेकिन यदि किसी श्रमिक का बच्चा है, वह मेधावी और योग्य है तो उसे नौकरी जरूर मिलेगी। किसी भी व्यक्ति का चयन उसकी पारिवारिक पृष्ठभूमि के आधार पर नहीं, बल्कि उसकी बुद्धि के आधार पर किया जायेगा।