ग्राम हासामपुरा के समस्त रहवासियों ने मृत पशुओं की दुर्गन्ध से परेशान होकर जनसुनवाई में दिया आवेदन सम्बन्धित अधिकारी को तत्काल कार्यवाही के निर्देश
उज्जैन । आज बृहस्पति भवन में वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा विभिन्न आवेदनों के त्वरित निराकरण हेतु कार्यवाही की जाने के निर्देश दिये गये। ग्राम हासामपुरा तहसील उज्जैन के समस्त रहवासियों ने आवेदन देकर शिकायत की कि उनके गांव के समीप मृत पशु को खुले में फैंक दिया जाता है। इसकी दुर्गन्ध की वजह से समस्त रहवासियों को बहुत परेशानी हो रही है। जिस जमीन पर मृत पशुओं को फैंका जाता है, वहां का भूजल भी अब दूषित हो गया है। समस्त रहवासी के पेयजल का प्रमुख स्त्रोत एक हैण्डपम्प है, लेकिन इसका पानी भी दूषित होने के कारण अब लोगों को पेयजल के भी लाले पड़ गये हैं, अत: इस समस्या का निराकरण शीघ्र किया जाये। इस पर सीईओ जिला पंचायत को तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
ग्राम भैंसलाखुर्द तहसील बड़नगर निवासी मुकेश पिता बिरजू ने आवेदन दिया कि गांव के उनके घर के समीप स्थित शासकीय भूमि पर कुछ तथाकथित लोगों द्वारा जबरन कब्जा कर लिया गया है, जिस कारण प्रार्थी तथा अन्य लोगों का आवागमन का रास्ता बन्द हो गया है। मना करने पर वे लोग प्रार्थी के साथ अभद्र व्यवहार करते हैं, अत: उक्त रास्ते को पुन: चालू किया जाकर सम्बन्धितों के विरूद्ध कार्यवाही की जाये। इस पर एसडीएम बड़नगर को मामले की जांच कर उचित कार्यवाही करने के लिये कहा गया।
तोपखाना निवासी सैय्यदा शेख पति अब्दुल सादिक ने आवेदन दिया कि उनके द्वारा आशा नगर नागझिरी में 2 भूखण्ड 1 अन्य व्यक्ति के माध्यम से खरीदे गये थे, परन्तु आसपास के कुछ लोगों द्वारा उन्हें उनके भूखण्ड पर मकान का निर्माण करने नहीं दिया जा रहा है तथा यह कहा जा रहा है कि ये जमीन वक्फ बोर्ड की है, अत: सम्बन्धित के विरूद्ध कार्यवाही कर उन्हें उनके भूखण्ड पर बिना विवाद किये निर्माण कराने की अनुमति दी जाये। इस पर एसडीएम उज्जैन को मामले की जांच करने के निर्देश दिये गये।
पांड्याखेड़ी मक्सी रोड निवासी शेख सादिक पिता शेख सत्तार ने आवेदन दिया कि उन्होंने बीपीएल राशन कार्ड बनवाने के लिये आज से लगभग 2 साल पहले आवेदन दिया था, परन्तु आज दिनांक तक उन्हें बीपीएल कार्ड बनाकर नहीं दिया गया है। आवेदक मजदूरी करता है तथा 1 पैर से विकलांग है। उसे चलने-फिरने में बहुत परेशानी होती है, अत: शीघ्र उसका बीपीएल कार्ड बनवाया जाये, ताकि शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ वह ले सके।
ग्राम मानपुरा तहसील उज्जैन निवासी केसरीमल पिता रामचन्द्र ने आवेदन दिया कि गांव में स्थित उनके आधिपत्य की भूमि पैतृक है। इसका 1 भाग उपजाऊ रहा है तथा दूसरे भाग पर पथरीली जमीन है। पिता की मृत्यु के बाद उपजाऊ भूमि का बंटवारा प्रार्थी और उनके अन्य 4 भाईयों में किया गया था। इसमें पथरीली जमीन के हिस्से का भी बंटवारा किया गया था। पथरीली जमीन पर आवेदक द्वारा कच्चे मकान का निर्माण कराया गया था और विगत 28 वर्षों से वह इसमें रह रहा है। उक्त मकान को पक्का बनाने के लिये आवेदक ने प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के अन्तर्गत आवेदन दिया था, परन्तु अब उसके भाईयों द्वारा उसे पक्का मकान बनाने नहीं दिया जा रहा है तथा आवेदक के साथ अभद्र व्यवहार किया जा रहा है। इस पर पुलिस अधीक्षक उज्जैन को मामले की जांच हेतु आवेदन अग्रेषित किया गया।
हीरा मील प्रेम नगर निवासी कन्हैयालाल पिता प्यारेलाल ने आवेदन दिया कि वे वृद्ध हो चुके हैं और शासन की ओर से उन्हें वृद्धावस्था पेंशन मिलती थी, परन्तु विगत 3 वर्षों से उनकी पेंशन बन्द हो गई है, जिस कारण उन्हें बहुत आर्थिक परेशानी हो रही है। केवल पेंशन ही उनके जीवन यापन का प्रमुख स्त्रोत थी, अत: उसे पुन: शुरू करवाया जाये। इस पर नगर पालिक निगम उज्जैन को नियम अनुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
वाल्मिकी कॉलोनी फ्रीगंज निवासी विकास खोड़े ने आवेदन दिया कि वे वर्तमान में वार्ड-38 में सफाई कर्मचारी के पद पर कार्यरत हैं। वे हायर सेकेण्डरी पास हैं, अत: योग्यता के आधार पर उचित काम दिलवाने के लिये उन्होंने आवेदन दिया था। मप्र शहरी ग्रामीण असंगठित कर्मकार मण्डल के अध्यक्ष द्वारा उन्हें योग्यता अनुसार काम दिये जाने बाबत पत्र भी जारी हुआ था, लेकिन सीएसआई और एचओ द्वारा उन्हें नौकरी पर रखने के लिये रिश्वत की मांग की जा रही है, अत: सम्बन्धित कर्मचारियों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जाये तथा उन्हें योग्यता अनुसार काम दिलवाया जाये। इस पर आयुक्त नगर पालिक निगम को जांच कर कड़ी कार्यवाही करने के लिये कहा गया।
जूना सोमवारिया निवासी अशोक चौहान पिता जगदीश चौहान ने आवेदन दिया कि वे और आसपास के रहवासियों ने 1 व्यक्ति के झांसे में आकर उससे बीमा करवाया था। लगभग 6-7 साल से उन सभी के द्वारा उक्त व्यक्ति को प्रीमियम की राशि दी जा रही थी। जब लोगों के बीमे की अवधि पूरी हुई और उन्होंने राशि क्लेम की तो उस व्यक्ति द्वारा बहाने बनाकर उन्हें टाला गया और आखिर में वह व्यक्ति उन लोगों के पैसे लेकर भाग गया है। इस पर प्रभारी अधिकारी संस्थागत वित्त को मामले की जांच करने के निर्देश दिये।
ग्राम नाहरिया तहसील उज्जैन के सभी ग्रामवासियों ने आवेदन देकर शिकायत की कि उनकी ग्राम पंचायत में सुदूर ग्राम सड़क योजना के तहत सड़क बनाये जाने के लिये 6 लाख 60 हजार रूपये की राशि स्वीकृत की गई थी, लेकिन गांव की सरपंच और उसके परिवारवालों द्वारा सड़क निर्माण की बजाय केवल मिट्टी और मुरम डलवाई गई तथा सड़क बनाने के लिये स्वीकृत राशि का दुरूपयोग किया गया। सड़क न बनने के कारण गांव में आवागमन पूरी तरह बाधित हो जाता है। इस वजह से स्कूल आने-जाने में भी बच्चों को बहुत परेशानियां हो रही हैं, अत: सम्बन्धित के विरूद्ध कार्यवाही की जाये। इस पर सीईओ जिला पंचायत को उचित कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये। इसी प्रकार अन्य मामलों में जनसुनवाई की गई।