श्री महाकालेश्वर मंदिर की यज्ञशाला का लोकापर्ण किया गया, यज्ञशाला का शुभारंभ हवनात्मक महारूद्र से किया गया
उज्जैन । श्री महाकालेश्वर मंदिर के जूना महाकाल मंदिर परिसर में नवनिर्मित यज्ञशाला का 07 सितम्बर को प्रातः 08:45 के शुभ मुहुर्त पर लोकापर्ण किया गया। लोकापर्ण के दौरान यज्ञशाला में मंदिर के पुजारी, पुरोहित एवं 71 ब्राह्मणों द्वारा वैदिक रूप से होमात्मक महारूद्र यज्ञ किया । यज्ञ पुजारी प्रदीप गुरू के आचार्यत्व व पं. घनश्याम पुजारी, श्री आशीष पुजारी, पं. अशोक शर्मा, पं. विजयशंकर शर्मा एवं पं. निर्मल जोषी उपाचार्य के मार्गदर्शन में किया गया। यज्ञ प्रारंभ करने के पूर्व अरणी मंथन से अग्नि प्रज्जवलित कर अग्निकुण्ड में अग्नि प्रज्जवलित की गयी। उसके पश्चात हवनात्मक महारूद्र का प्रारम्भ किया गया।
इस दौरान इफको के निदेशक एवं म.प्र. राज्य सहकारी बैंक मर्यादित भोपाल के अध्यक्ष श्री रमाकान्त भार्गव, संभाग आयुक्त श्री एम.बी.ओझा, पुलिस महानिरीक्षक श्री राकेश गुप्ता, मंदिर समिति के अध्यक्ष एवं कलेक्टर श्री मनीष सिंह, प्रशासक श्री अभिषेक दुवे, मंदिर समिति सदस्य पुजारी प्रदीप गुरू, श्री विभाष उपाध्याय, श्री जगदीश शुक्ला मंदिर के सहायक प्रशासक श्री चन्द्रशेखर जोशी, सहा.प्रशासनिक अधिकारी श्री एस.पी.दीक्षित, श्री आर.के.तिवारी, डॉ.रामेश्वर दास, इफको के श्री एम.एल.जोशी, श्री ए.के.खरे, श्री डी.के.पाण्डे, श्री महेष ज्ञानी के अतिरिक्त अन्य वरिष्ठ अधिकारी गण मौजूद थे।
गौरतलब है कि, श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबन्ध समिति को मंदिर समिति के सदस्य एवं मंदिर के पुजारी पं.प्रदीप गुरू की प्रेरणा से इंडियन फारमर्स फर्टिलाइजर को-आपरेटिव लिमिटेड (इफको) के प्रबन्ध निदेशक डॉ. यू.एस. अवस्थी द्वारा स्वर्ण जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में यज्ञशाला के निर्माण हेतु रू. 36 लाख 19 हजार की राशि दान स्वरूप प्रदान की गयी थी। इस राशि से मंदिर समिति द्वारा यज्ञशाला का सम्पूर्ण निर्माण कार्य उज्जैन विकास प्राधिकरण के माध्यम से किया गया।