top header advertisement
Home - उज्जैन << "मतदान का पर्व है आया, अपनी ताकत को समझें, करें न इसको जाया", "मतदान हमारा अधिकार ही नहीं, बल्कि कर्त्तव्य भी है"

"मतदान का पर्व है आया, अपनी ताकत को समझें, करें न इसको जाया", "मतदान हमारा अधिकार ही नहीं, बल्कि कर्त्तव्य भी है"


 

जीडीसी में स्वीप प्लान के अन्तर्गत मतदाता जागरूकता शिविर आयोजित

लगभग 800 छात्राएं इस बार पहली बार करेंगी मतदान

    उज्जैन । शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय (जीडीसी) दशहरा मैदान में शुक्रवार को स्वीप प्लान के अन्तर्गत मतदाता जागरूकता शिविर आयोजित किया गया। शिविर में बतौर मुख्य अतिथि नोडल अधिकारी एवं सीईओ जिला पंचायत श्री संदीप जीआर, विशिष्ट अतिथि श्रीमती कीर्ति मिश्रा, श्री साबिर अहमद सिद्धिकी एवं अन्य सम्बन्धित अधिकारी मौजूद थे।

    कार्यक्रम के पूर्व कॉलेज की एनएसएस की छात्राओं द्वारा परिसर में नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया गया, जिसमें मतदान के महत्व और इसके प्रति जागरूक होने का सन्देश दिया गया। नाटक में स्लोगन के माध्यम से छात्राओं द्वारा आकर्षक प्रस्तुति दी गई। इसमें "मतदान का पर्व है आया", "आओ डालें वोट हमारा", अपनी ताकत को समझें", "करें न इसे जाया", "मतदान हमारा अधिकार ही नहीं बल्कि कर्त्तव्य" पर छात्राओं द्वारा तालियों की गड़गड़ाहट से कलाकारों की हौसला अफजाई की गई।

    महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ.उल्का यादव ने जानकारी दी कि इस बार 18 वर्ष की हो चुकी लगभग 800 छात्राएं पहली बार अपने मत का उपयोग करेंगी। इसके अलावा महाविद्यालय में प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव और उसके बाद होने वाले आम चुनाव के प्रति अधिक से अधिक जागरूकता लाने के लिये निर्वाचन पर आधारित वाद-विवाद प्रतियोगिता, चित्रकला प्रतियोगिता, निबंध प्रतियोगिता और रंगोली प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। श्री संदीप जीआर ने मतदान के प्रति महाविद्यालय द्वारा चलाई जा रहे अभियान की आत्मीय प्रशंसा की गई। इसके अलावा मतदाताओं को चुनाव के प्रति जागरूक करने के लिये महाविद्यालय से अभियान में जुड़ने के लिये एमओयू किये जाने पर भी विचार किया गया।

    महाविद्यालय में आयोजित किये गये शिविर की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ.उल्का यादव ने की। बताया गया कि निर्वाचन के प्रति आमजन में जागरूकता लाना बहुत जरूरी है। जानकारी के अभाव को दूर करने के लिये ही यह अभियान चलाया जा रहा है। सभी छात्राओं को गीत के माध्यम से "वोटर लिस्ट में नाम लिखवायें, वोटर कार्ड सभी बनवायें" की अपील की गई। स्वागत भाषण प्राचार्य द्वारा दिया गया। उन्होंने कहा कि हमारी युवा पीढ़ी मतदान के प्रति जागरूक भी है और उत्साहित भी। यह हम सभी के लिये बड़े हर्ष का विषय है।

    सीईओ जिला पंचायत श्री संदीप जीआर ने छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि उनके द्वारा नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जिस प्रकार निर्वाचन की प्रक्रिया के महत्व को बताया गया है, वह काबिले तारीफ है। उन्होंने छात्राओं से पूछा कि ऐसे कितने लोग हैं, जो 18 वर्ष के हो चुके हैं तथा पहली बार मतदान करने जा रहे हैं। मतदान करना एक गौरव की बात है। हमारे देश के संविधान द्वारा आपको मतदान कर अपनी सरकार चुनने का अधिकार दिया गया है। इसीलिये निष्पक्ष होकर अपना मतदान करें। पूरे जीवन में हम सभी औसतन केवल 6 या 7 बार ही अपने मत का प्रयोग कर पाते हैं। कई बार 1 वोट से भी हार या जीत का फैसला हो जाता है। आपका 1 वोट निर्णायक हो सकता है।

    मतदान में पुरूषों की जितनी सहभागिता चुनाव के दौरान होती है, उतनी ही महिलाओं की भी होना जरूरी है। हमारा मकसद 'जैण्डर गैप' को कम करना है। महिला सशक्तिकरण की दिशा में महिलाओं का मतदान करना भी एक ठोस कदम है, तभी लिंगभेद को पूर्ण रूप से समाप्त किया जा सकता है। श्री संदीप जीआर ने कहा कि किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान न देकर सोच-समझकर अपने मतदान का प्रयोग करना चाहिये। चुनाव लड़ रहे सभी उम्मीदवारों की हमें पूरी जानकारी होनी चाहिये। मतदान के दौरान किसी भी तरह की असमंजस की स्थिति में नहीं होना चाहिये। यदि आप किसी उम्मीदवार को मत नहीं देना चाहते हैं तो निर्वाचन आयोग द्वारा वोटिंग मशीन में 'नोटा' का भी विकल्प रखा गया है। आप उसका भी उपयोग कर सकते हैं।

    कार्यक्रम के दौरान छात्राओं को डैमो इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन के माध्यम से मतदान की रिहर्सल भी करवाई गई। इसके अलावा वीवीपेट (वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रायल) मशीन के बारे में भी छात्राओं को जानकारी दी गई। उन्हें बताया गया कि जब वे अपने मतदान का प्रयोग करेंगे, तो वीवीपेट मशीन के माध्यम से ईवीएम पर उन्होंने जिस उम्मीदवार को वोट दिया है, उसका नाम एक पर्ची पर 7 सेकेंड के लिये दिखाई देगा, जिससे उन्हें यह पता चल जायेगा कि  ईवीएम पर जो बटन दबाया गया है, वह सही उम्मीदवार को गया है या नहीं।

    श्री संदीप जीआर ने कहा कि उज्जैन में इस बार नवाचार करते हुए पहली बार अपने मत का प्रयोग करने वाले वोटर्स को ग्रीन वोटर्स कहा जायेगा। पहली बार मतदान करने के बाद सभी लोग 1 पौधा अवश्य लगायें। यह पौधा आपके मतदान की यादगार होगा। अगले चुनाव में आप यह पायेंगे कि वह पौधा एक वृक्ष बन गया है। इस प्रकार पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी एक सार्थक प्रयास होगा।

दृष्टिहीन अपने मत का प्रयोग कैसे करें?

    महाविद्यालय की छात्राओं द्वारा निर्वाचन के प्रति कौतूहल के मद्देनजर श्री संदीप जीआर से कई रोचक प्रश्न भी किये गये। एक छात्रा ने पूछा कि जो लोग दृष्टिहीन हैं वे अपने मत का प्रयोग कैसे कर सकते हैं। इस पर जवाब दिया गया कि दृष्टिहीन लोगों के लिये आयोग द्वारा 49एन फार्म भरवाया जाता है। इसके बाद दृष्टिहीन अपने साथ 1 भरोसेमन्द व्यक्ति को ले जाकर अपने पसन्दीदा उम्मीदवार को मत दिलवा सकते हैं।

यदि सर्वाधिक मत नोटा के हों, तो क्या हो?

    एक अन्य छात्रा ने पूछा कि नोटा का महत्व क्या होता है? यदि कोई उम्मीदवार पसन्द न हो तो हम नोटा का बटन दबाते हैं। अगर सर्वाधिक मत नोटा के हों तो ऐसी स्थिति में क्या होगा? इस पर जवाब दिया गया कि ऐसी स्थिति में दोबारा चुनाव करवाये जाते हैं।

निष्पक्ष चुनाव का ठोस प्रमाण वीवीपेट मशीन

    श्री संदीप जीआर ने छात्राओं को बताया कि वीवीपेट मशीन के प्रति किसी भी तरह की शंका न रखें। इस मशीन की कई बार रैण्डमली टैस्टिंग की जा चुकी है। यह निष्पक्ष चुनाव का एक ठोस प्रमाण है।

बताओ ईपिक का फुलफॉर्म क्या होता है?

    जागरूकता कार्यक्रम के दौरान क्विज भी आयोजित किया गया। श्रीमती कीर्ति मिश्रा द्वारा छात्राओं से निर्वाचन से सम्बन्धित कई सामान्य ज्ञान के प्रश्न पूछे गये। उन्होंने पूछा कि इपिक का फुलफॉर्म क्या होता है, जिस पर छात्रा मोनिका प्रजापति ने जवाब दिया 'इलैक्शन फोटो आइडेंटिटी कार्ड'। एक अन्य प्रश्न पूछा गया कि मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के लिये कौन-सा फॉर्म भरना होता है, इस पर जवाब दिया गया 'फॉर्म नम्बर 6'। राष्ट्रीय मतदाता दिवस कब मनाया जाता है, जिस पर छात्राओं द्वारा जवाब दिया गया '25 जनवरी'। नोटा का फुलफॉर्म क्या होता है, जवाब आया 'नन ऑफ द अबोव'। वीवीपेट पर पर्ची कितने समय के लिये दिखाई देती है, जवाब आया 'केवल 7 सेकेंड के लिये'।

    जिन छात्राओं द्वारा सही जवाब दिये गये उन्हें अधिकारियों द्वारा मंच पर बुलाकर पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम के अन्त में श्री साबिर अहमद सिद्धिकी द्वारा छात्राओं को मतदान की शपथ दिलवाई गई। इस दौरान महाविद्यालय की व्याख्याता डॉ.उमा वाजपेयी, डॉ.रवीन्द्र भारद्वाज, डॉ.अनीता मनचंदिया, डॉ.निखिल जोशी, डॉ.वीके गुप्ता, डॉ.भारती जैन, डॉ.निर्मला शाह, डॉ.नीता तिवारी एवं समस्त स्टाफ मौजूद था।            

Leave a reply