ढोल नगाड़ों के साथ पहुंची संघ यात्रा, काल भैरव को लगाया छप्पन भोग
9 थालों में कलशयात्रा के साथ सजाकर लाए भोग, श्रृंगार सामग्री-यज्ञ के साथ समापन हुआ श्री अवंतिका महाकालभैरव संघ यात्रा का
उज्जैन। श्री काल भैरव मंदिर पर सोमवार को श्री अवंतिका महाकालभैरव संघ यात्रा का आयोजन किया गया। जिसके अंतर्गत कलश यात्रा निकाली गई जिसमें महिलाएं सर पर कलश धारण कर निकली। वहीं कालभैरव को अर्पित करने हेतु सिल्क, मखमल के वस़्त्र, दुपट्टे, ड्रायफ्रूट, फल, मिठाई, मदिरा, श्रीफल, काशी से मंगवाई चांदी के तार में पिरोई मुंड माला, सोनू की भृकुटी 9 थालों में सजाकर ले जाए गए। मंदिर पहुंचकर यह सब बाबा को अर्पित कर कालभैरव को छप्पन भोग लगाया गया।
कालभैरव मंदिर के सदाशिव पुजारी की प्रेरणा से ग्वालियर निवासी संदीप मित्तल द्वारा आयोजित संघ यात्रा में ग्वालियर, जोधपुर, जयपुर, हैदराबाद, अलवर, कोटा, भोपाल, वारंगल, सूरत, बड़ौदा सहित देशभर से श्रध्दालु शामिल हुए। कलश यात्रा सोमवार को भैरवगढ़ स्थित मणिभद्र मंदिर से प्रारंभ हुई जो भैरवगढ़ नाका, नया बाजार, जेल तिराहा होते हुए कालभैरव मंदिर पहुंची। ढोल, नगाड़े, बैंड बाजों के साथ आतिशबाजी करती हुई यात्रा काल भैरव मंदिर पहुंची। मंदिर पहुंचने पर सभी कलश काल भैरव को अर्पित किये गए। यहां धर्मेन्द्र पुजारी के आचार्यत्व में उर्जा मंत्री पारस जैन, संदीप मित्तल, रोमा मित्तल, सक्षम मित्तल, वरदान मित्तल आदि ने बाबा का पूजन किया। तत्पश्चात संघ में शामिल देशभर से आए यात्रियों ने विक्रांत भैरव दर्शन के साथ महाकाल, हरसिध्दि, बड़ा गणेश, गढ़कालिका, मंगलनाथ मंदिरों के दर्शन किये। संघ यात्रा महोत्सव के समापन पर शाम को कालभैरव मंदिर में यज्ञ हुआ।