3 घंटे तक शहर की सड़कों पर गूंजे तपस्वियों के जयकारे
मासक्षमण के 24 तपस्वियों का वरघोड़ा निकाला, विभिन्न धर्मावलंबियों ने रास्ते भर कई मंचों से किया तपस्वियों का बहुमान
उज्जैन। उज्जैन की धरा पर महामृत्युंजय तप मासक्षमण के 24 तपस्वियों का एक साथ वरघोडा निकला। पूरा शहर तप के प्रभाव से आनन्दित हो गया, चारो और तपस्वियों की जय जयकार गूंजी। चाँदी के रथ में भगवान विराजमान थे तो पुरे जुलुस में गच्छाधिपति आचार्य श्री नित्यसेन सुरिश्वर एवं साधु साध्वी भगवन्तो का सानिध्य मिला। 3 घण्टे के इस भव्य वरघोड़े में जैन संगठनो के साथ ही अन्य धर्मावलम्बियों द्वारा भी विभिन्न मंचो के माध्यम से तपस्वियों का बहुमान किया गया।
श्रीसंघ अध्यक्ष मनीष कोठारी के अनुसार त्रिस्तुतिक श्रीसंघ द्वारा आयोजित वरघोडा ज्ञानमंदिर नमकमंडी से प्रारम्भ होकर सराफा, तेलीवाड़ा, बुधवारिया, फाजलपुर होते हुए चिमनगंज मंडी पहुंचा जहां गुरु भगवन्तों के सानिध्य में सभी तपस्वियों को चाँदी के बर्तनों में 30 दिवसीय उपवास के बाद पारणा कराया गया। गुरुदेव नित्यसेन सुरिश्वर, मुनिराज सिद्धयरत्न विजय, विद्वरत्न विजय, प्रशमसेन विजय म.सा. ने इस अवसर पर विशेष प्रवचन दिए। श्रीसंघ अध्यक्ष मनीष कोठारी एवं रितेश खाबिया ने बताया कि इन तपस्वियों ने पिछले 30 दिनों तक केवल उबला हुआ पानी लेकर निरन्तर उपवास किया जिसकी पूर्णाहुति में सिंहस्थ केन्द्रीय समिति अध्यक्ष माखनसिंह, भाजपा प्रदेश महामंत्री सुहास भगत, उर्जामंत्री पारस जैन, योजना आयोग के उपाध्यक्ष चेतन कश्यप, सांसद चिंतामणि मालवीय, विधायक मोहन यादव, सतिश मालवीय, त्रितुस्तिक श्रीसंघ के प्रांतीय अध्यक्ष सुरेश तातेड़, विकास प्राधिकरण अध्यक्ष जगदीश अग्रवाल, प्रदीप जोशी, रमेश धारीवार आदि ने सम्मिलित होकर अपने उदबोधन में कठिन तप की अनुमोदना की। संजय कोठरी एवं रजत मेहता द्वारा संचालित इस कार्यक्रम में श्रीसंघ सचिव अनिल रुणवाल द्वारा आभार व्यक्त किया गया। सभी अतिथियों का बहुमान चांदमल मेहता परिवार द्वारा किया गया। शांतिलाल रुणवाल, मदनलाल रुणवाल, सुशील गिरिया, सुरेश पगारिया, दीपक डागरिया, नितेष नाहटा, रितेश खाबिया, वीरेन्द्र गोलेचा, आदित्य भटेवरा, अक्षय लोढ़ा, संजय गिरियां आदि ने पूर्ण व्यवस्था में सहयोग दिया। इंदौर का राजकमल बैंड विशेष आकषर्ण रहा।