मुनि तरूणसागर महाराज की आत्म शांति के लिए हुई शांतिधारा
उज्जैन। तपोभूमि प्रणेता मुनि श्री 108 प्रज्ञासागर महाराज के 46वें जन्मोत्सव पर महावीर तपोभूमि के अतिशयकारी 1008 मुनिसुव्रतनाथ भगवान की 46 शांतिधारा हुईं एवं क्रांतिकारी संत मुनिश्री तरुण सागर महाराज की आत्मा की शांति के लिए श्रीजी की शांति धारा की गई। आचार्य पुष्पदंत सागरजी महाराज के परम शिष्य एवं प्रथम शिष्य मुनि तरुणसागरजी एवं दूसरे नंबर के शिष्य मुनि प्रज्ञा सागर महाराज हैं प्रथम शिष्य श्री तरुण सागर जी महाराज का 1 सितंबर को देवलोक गमन हो गया है एवं द्वितीय शिष्य प्रज्ञा सागर महाराज का 1 सितंबर को जन्मदिन है।
समाज के सचिव सचिन कासलीवाल के अनुसार तपोभूमि पर श्रीजी की प्रथम शांतिधारा करने का सौभाग्य लवीश जैन सुपरफार्मा एवं राकेश जैन को प्राप्त हुआ एवं क्रमशः शांतिधारा करने का सौभाग्य कमल मोदी, अनिल पतंग्या, कैलाश जैन, धर्मचंद पाटनी, जयेश जैन, मनीष सोगानी जयपुर, अतुल सोगानी, ओम जैन, हेमंत गंगवाल, बसंत जैन, सौरभ कासलीवाल, योगेंद्र जैन, सुशील गोधा, अभय जैन, मोहित जैन, सुरेश कासलीवाल, गुलझारीलाल बाबा, सुरेश जैन, रमेश एकता, नेमीचंद जैन, सुनील जैन ट्रांसपोर्ट, धर्मेंद्र सेठी, विकास सेठी, विमल जैन, हितेश जैन, पियूष जैन, सोहन लाल जैन, ओमप्रकाश जैन, भूषण जैन, पलाश लुहाडिया, सचिन कासलीवाल, संजय बालमुकुंद जैन, पवन वोहरा, जम्बू पाटनी, श्रेयस जैन, विशाल जैन, अनिल टोंग्या भीलवाड़ा, कमलेश जैन, राजेंद्र लुहाडिया को प्राप्त हुआ। मुख्य शांतिधारा करने का सौभाग्य वीरसेन जैन को प्राप्त हुआ।
तरुण सागर महाराज के लिए हुई विनियांजलि सभा
सकल दिगंबर जैन समाज एवं श्री शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर बोर्डिंग में क्रांतिकारी मुनि तरुण सागर महाराज के लिए विनियांजली सभा विदक्षाश्री माता जी के सानिध्य में शाम 7 बजे से हुई। सभा में प्रमुख रूप से सकल दिगंबर जैन समाज सामाजिक संसद अध्यक्ष अशोक जैन (चाय वाले), धर्मेंद्र सेठी कार्याध्यक्ष, सुनील जैन (ट्रांसपोर्ट) महासचिव, सचिन कासलीवाल, श्री शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर बोर्डिंग के अध्यक्ष इंदरचंद जैन, महेंद्र लुहाडीया, हीरालाल बिलाला, तेजकुमार विनायका आदि उपस्थित थे।