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"डाकिया अब केवल डाक नहीं, बल्कि बैंक भी आपके घर लेकर आयेगा" –प्रधानमंत्री श्री मोदी


 

"देश के प्रत्येक नागरिक की वित्तीय समृद्धि की ओर एक और कदम" –ऊर्जा मंत्री श्री जैन

उज्जैन सहित देशभर के 650 डाकघरों में आईपीपीबी का शुभारम्भ

'आपका बैंक अब आपके द्वार'

    उज्जैन। शनिवार 1 सितम्बर को उज्जैन सहित देशभर के 650 डाकघरों की शाखाओं और 3250 सेवा केन्द्रों में इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (आईपीपीबी) का राष्ट्रव्यापी शुभारम्भ देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किया गया। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय समारोह नईदिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित किया गया। उज्जैन में आयोजित कार्यक्रम के अन्तर्गत नईदिल्ली से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा देशवासियों को दिये गये सम्बोधन का सीधा प्रसारण उज्जैन में महाकाल प्रवचन हॉल में देखा गया।

    उज्जैन में इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक का शुभारम्भ प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्री पारस जैन द्वारा छत्रीचौक स्थित सिटी उप डाकघर में किया गया। इसके अलावा महाकाल प्रवचन हॉल में आईपीपीबी का शुभारम्भ लोकसभा सांसद डॉ.चिन्तामणि मालवीय द्वारा किया गया। इस दौरान महापौर श्रीमती मीना जोनवाल, श्री सोनू गेहलोत, श्री विवेक जोशी एवं अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद थे। मालवा डाक सर्कल के प्रवर अधीक्षक श्री एन मोरे, भारतीय डाक विभाग के कर्मचारी और डाकिये भी कार्यक्रम में शामिल हुए।

    सर्वप्रथम अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के चित्र के समक्ष माल्यार्पण किया गया। प्रवर अधीक्षक श्री मोरे द्वारा अतिथियों का स्वागत किया गया। आईपीपीबी के मैनेजर श्री रजनीश गोस्वामी द्वारा स्वागत भाषण दिया गया। कार्यक्रम में जानकारी दी गई कि आज का दिन भारतीय डाक विभाग के लिये स्वर्णिम दिन है। इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक जन-सामान्य के लिये आसान पहुंच वाला किफायती और भरोसेमन्द बैंक है। इस बैंक के द्वारा सरल और सुरक्षित नगद भुगतान की कार्य प्रणाली अपनाई जायेगी, जिससे व्यापार और लेन-देन में आम जनता को बहुत आसानी होगी। अब देश के गांव में निवास करने वाली जनता को बैंक आने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी, बल्कि बैंक खुद चलकर आपके यहां आयेगी।

    पेपरलेस बैंकिंग की ओर आज भारतीय डाक विभाग ने एक बड़ा कदम उठाया है। आईपीपीबी के द्वारा डिजिटल ट्रांजेशन को बढ़ावा दिया जायेगा। सबसे खास बात यह है कि इस बैंक में खाता खोलने के लिये अकाउंट ओपनिंग फॉर्म की जरूरत और अन्य औपचारिकताएं पूरी नहीं करनी होंगी। केवल आधार नम्बर, मोबाइल नम्बर और आपके अंगूठे के निशान लगेंगे और महज 1 मिनिट के अन्दर आपका खाता खुल जायेगा। आईपीपीबी के द्वारा अत्याधुनिक बैंकिंग टेक्नालॉजी की सुविधाएं जनता को दी जायेंगी।

    इससे भारत के दूर-दराज और ऐसे क्षेत्र जहां आवागमन में कठिनाई होती है, वहां रहने वाले लोगों के भी आसानी से बैंक में खाते खुल सकेंगे। हरेक गांव में डिजिटल इंडिया बैंक लाई जायेगी।

    सांसद प्रो.चिन्तामणि मालवीय ने इस अवसर पर कहा कि हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अनेक नवाचार किये हैं। डाकघर की व्यवस्था वास्तव में केन्द्र सरकार की सबसे अच्छी व्यवस्थाओं में से एक है। भारतीय डाक विभाग अंग्रेजों के समय में शुरू किया गया था। यह और रेल विभाग सबसे पुराने विभागों में से एक हैं। भारतीय डाक विभाग द्वारा वृहद स्तर पर और प्रत्येक गांव में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई गई है। लोगों के घरों तक सीधे पहुंच यदि किसी विभाग की है तो वह भारतीय डाक विभाग है।इसीलिये डाक विभाग द्वारा बैंक शुरू करने का निर्णय लिया गया है। देश के प्रधानमंत्री द्वारा हमारी आजादी के 75 वर्ष पूर्व होने पर न्यू इंडिया की संकल्पना की गई है।

    अब आम जनता को अपने दस्तावेजों के प्रमाणीकरण के लिये किसी राजपत्रित अधिकारी के हस्ताक्षर की आवश्यकता नहीं पड़ती, बल्कि अब केवल स्वप्रमाणीकरण करके दस्तावेज जमा किये जा सकते हैं। शासन द्वारा यह निर्णय इसलिये लिया गया ताकि लोगों को इधर-उधर न भटकना पड़े। सरलीकरण की प्रक्रिया को अपनाया गया है और कई पुराने 1200 अनावश्यक कानूनों को खत्म कर दिया गया है। प्रधानमंत्री जन-धन योजना के अन्तर्गत 34 करोड़ लोगों के खाते एकसाथ में खोले गये हैं। अब समय बदल रहा है और समय के साथ हमें भी बदलना होगा।

    सांसद ने कहा कि वर्तमान में कई प्रायवेट कुरियर कंपनियों का उदय हुआ है, जिनकी प्रतिस्पर्धा भारतीय डाक विभाग के साथ चल रही है, लेकिन हमारे डाक विभाग की सेवाओं और सुविधाओं की कोई तुलना नहीं की जा सकती। आज इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक की शुरूआत एक बहुत बड़ा परिवर्तन लेकर आयेगी।

    मंत्री श्री पारस जैन ने इस अवसर पर कहा कि डाक विभाग द्वारा बैंक का प्रारम्भ किया जाना एक अभिनव प्रयास है। विभाग द्वारा सन 2006 से निरन्तर इस दिशा में प्रयास किये जा रहे थे। ग्रामीण जनता को पेपरलेस बैंकिंग उपलब्ध करवाकर निश्चित तौर पर एक बहुत बड़ा काम किया गया है। केवल आधार नम्बर, मोबाइल नम्बर और थंब प्रिंट से मात्र 1 मिनिट में जनता का बैंक में खाता खुल जायेगा। उसके बाद उन्हें 1 क्यूआर कार्ड बैंक द्वारा प्रदाय किया जायेगा, जिसके माध्यम से सभी प्रकार का लेन-देन और खातों में पैसा ट्रांसफर किया जायेगा। यह अत्यन्त प्रशंसनीय और सुविधाजनक है।

    देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा पं.दीनदयाल उपाध्याय के सपने को साकार किया गया है। अन्तिम पंक्ति में बैठे हुए व्यक्ति तक सभी मूलभूत सुविधाएं पहुंचाने का कार्य शासन द्वारा किया जा रहा है। ग्रामीण और दूर-दराज के क्षेत्रों में सौभाग्य योजना के माध्यम से बिजली पहुंचाई गई और अब घर बैठे ही गांव के लोगों के बैंक में खाते खुल जायेंगे। देश को पेपरलेस करने की ओर 1 कारगर कदम उठाया गया है। ये 1 बहुत बड़ी वित्तीय क्रान्ति होगी। मंत्री श्री जैन ने बैंक के शुभारम्भ पर अपनी ओर से सभी को शुभकामनाएं दीं।

    इसके पश्चात अतिथियों द्वारा नईदिल्ली में आयोजित प्रधानमंत्री श्री मोदी के कार्यक्रम का सीधा प्रसारण एलईडी स्क्रीन पर देखा गया। दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में जानकारी दी गई कि देश के समूचे विकास का संकल्प सिद्धि की दिशा में अग्रसर हो रहा है। प्रत्येक नागरिक इससे सशक्त होगा। वित्तीय समावेशन होगा और आर्थिक स्थिरता बढ़ेगी। इसके अलावा देश की जीडीपी (ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट) में भी प्रगति होगी।

    इंडियन पोस्ट पेमेंट्स बैंक का लक्ष्य स्वर्णिम भारत का निर्माण करना है। इस बैंक द्वारा उच्च शिक्षा और लघु व्यापारियों के लिये ऋण सुविधाएं मुहैया कराई जायेंगी। इंटरनेट बैंकिंग में अन्य खातों में पैसा ट्रांसफर करने पर किसी भी तरह का अतिरिक्त शुल्क नहीं लगेगा। खाते में शून्य बैलेंस होने पर भी कोई सरचार्ज नहीं लगाया जायेगा। अत्याधुनिक तकनीक से अत्यन्त सरलता से डिजिटल बैंकिंग की जायेगी। खाताधारकों को एटीएम भी नि:शुल्क प्रदाय किये जायेंगे।

    लेन-देन में स्मार्टफोन से इस्तेमाल किये जाने वाले बैंकिंग एप को भी बेहद आसान बनाया जायेगा, ताकि कम पढ़े-लिखे लोग भी इसका सरलता से उपयोग कर सकें। आईपीपीबी हमारे देश के किसानों को भी समस्त बैंकिंग सुविधाएं पहुंचाने के लिये संकल्पित हैं। नईदिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री मनोज सिन्हा ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकों की इतनी पहुंच नहीं हो पाती थी। इसीलिये डाक विभाग द्वारा बैंक शुरू किये जाने का निर्णय लिया गया है।

    भारतीय डाक विभाग के पहले से संचालित बचत खातों को भी आईपीपीबी से जोड़ा जायेगा। जनता तक पूरी सुविधाएं पहुंचाने का कार्य हमारे देश के डाकियों द्वारा किया जायेगा। इससे ग्रामीण नागरिकों का सशक्तिकरण होगा। डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर होगा।

    प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने नईदिल्ली से अपने उद्बोधन में कहा कि कहा कि आज देश को बहुत बड़ा नजराना मिल रहा है। अब डाकिये केवल डाक नहीं, बल्कि बैंक भी आपके घर लेकर आयेंगे। एक सितम्बर को देश के इतिहास में 1 अभूतपूर्व पन्ना जुड़ा है। दूर-दराज के लोगों तक सरल बैंकिंग सुविधा पहुंचाने के हमारे संकल्प का मार्ग खुल गया है। समस्त देशवासियों को प्रधानमंत्री श्री मोदी ने बधाई दी। आईपीपीबी के माध्यम से देश की बैंकिंग व्यवस्था में बहुत बड़ा परिवर्तन आयेगा। बैंक को प्रत्येक गांव और प्रत्येक गरीब के दरवाजे तक पहुंचा दिया जायेगा। देश के डाकिये 1 चलता-फिरता बैंक बन जायेंगे। डाकियों के प्रति शुरू से जनता के मन में एक विश्वास रहा है, जो अटूट है। आज भी विश्वसनीयता बिलकुल वैसी ही है, जैसी कुछ सालों पूर्व रहा करती थी। डाकियों के द्वारा डिजिटल लेन-देन भी ग्रामीण जनता को स्मार्टफोन के माध्यम से सिखाया जायेगा।

    आईपीपीबी किसानों के लिये भी बहुत उपयोगी सिद्ध होगा। फसल बीमा योजना की क्लेम राशि भी अब घर बैठे किसानों को मिलेगी। आने वाले समय में डेढ़ लाख से अधिक डाकघर आईपीपीबी से जुड़ जायेंगे।

    प्रधानमंत्री के कार्यक्रम का प्रसारण समाप्त होने के पश्चात महाकाल प्रवचन हॉल में अतिथियों द्वारा भारतीय डाक विभाग के वित्तीय समावेश पर प्रकाशित विशेष खबर का विमोचन किया गया। मंच से मंत्री श्री जैन और सांसद के बैंक खाते भी खोले गये। कार्यक्रम का संचालन श्री अनिल शर्मा ने किया।    

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