श्रावण महोत्सव की आखिरी सन्ध्या पर गायन, वादन की प्रस्तुति दी जायेगी
उज्जैन । श्रावण महोत्सव की आखिरी सन्ध्या सन्ध्या 2 सितम्बर रविवार को श्री महाकाल प्रवचन हॉल में आयोजित होगी। इसमें पं.पल्लवदास का ध्रुपद गायन, श्री अग्रवाल बंधु एवं सुश्री साधना रहाटगांवकर का गायन तथा श्री सतीश खानविलकर का मोहन वीणा वादन प्रस्तुत होगा।
पं.पल्लवदास (ध्रुपद गायक)
पं.पल्लवदास का जन्म वाराणसी के एक संगीत परिवार में हुआ। पांच वर्ष की बाल्यावस्था से ही इन्होंने संगीत की शिक्षा गुरू शिष्य परम्परा में अपने पिता पं.गोरखनाथ से प्रारम्भ किया, जो स्वयं एक वंशीवादक एवं रूद्र वीणा वादक हैं। ध्रुपद की विशेष एवं विस्तृत शिक्षा हेतु किशोरावस्था तक आते-आते गुरू-शिष्य परम्परा के अन्तर्गत उस्ताद जिया फरीदुद्दीन खों डागर के सानिध्य में प्रारम्भ किया एवं उनके स्वर्गवास के पूर्व तक चलता रहा। तत्पश्चात दिल्ली में उस्ताद रहीम फहीमुद्दीन खों डागर के सानिध्य में भी लम्बे समय तक ध्रुपद की बारिकियों की शिक्षा प्राप्त की। प्रारम्भिककाल के कुछ समय तक डॉ.ऋत्विक सान्याल से मार्गदर्शन प्राप्त किया। पंडितजी ने कुछ समय तक विख्यात शहनाई वादक पं.श्यामलाल से विभिन्न रागों की शिक्षा ली। वर्तमान में वे अपने पिताश्री से रूद्र वीणा वादन की शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।
श्री अग्रवाल बन्धु (गायन)
मध्य प्रदेश के दमोह जिले के सुगम संगीत एवं गजल के युवा गायकद्वय श्री प्रदीप-नितिन अग्रवाल अपने गीत, भजन एवं गजलों की प्रस्तुति का माधुर्य, स्वरों की मिठास एवं युगल गायकी के अदभुत सामन्जस्य से सुगम संगीत के क्षेत्र में एक नये मुकाम पर पहुंचे हैं।
श्री सतीश खानविलकर (मोहन वीणा)
इन्दौर के श्री सतीश खानविलकर ग्वालियर घराना के स्व.पं.आरएन मुसलगांवकर एवं पं.बीएन क्षीरसागर (जोधपुर) से शास्त्रीय गायन की शिक्षा प्राप्त की। बाद में वादन की तरफ रूचि होने से गुरू-शिष्य परम्परा में मोहन वीणा वादक पद्मश्री पं.विश्वमोहन भट्ट से शिक्षा ग्रहण की। आपने पिछले 20 सालों में बहुत सारे प्रतिष्ठित महोत्सवों में शिरकत की है।
सुश्री साधना रहाटगांवकर (गायन)
सुश्री साधना रहाटगांवकर का जन्म रायपुर में हुआ। इन्होंने एमए, पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। सुश्री साधना शासकीय चन्दूलाल चन्द्राकर कला एवं विज्ञान महाविद्यालय पटना (छ.ग.) में सहायक प्राध्यापक (हिन्दी) के रूप में कार्यरत हैं। सुश्री साधना रहाटगांवकर आकाशवाणी एवं दूरदर्शन की 'ए' ग्रेड कलाकार (गजल गायक) हैं।