विद्यार्थी पर्यावरण रक्षा सन्देश के संवाहक बनें, “मिल बांचे मध्य प्रदेश” कार्यक्रम में कलेक्टर श्री मनीष सिंह
उज्जैन | स्वस्थ पर्यावरण आज की महत्वपूर्ण आवश्यकता है। अपने कोर्स की किताबों के अध्ययन के साथ-साथ विद्यार्थियों को पर्यावरण के प्रति भी सजग होना चाहिये। वर्तमान समय में पॉलिथीन की थैलियों के अधिक उपयोग से न केवल हमारा पर्यावरण नष्ट हो रहा है, बल्कि पॉलिथीन की थैलियाँ खाने से हमारे दुधारु पशु भी बीमार होकर प्राण त्याग देते हैं। यही कारण है कि कई देशों में पॉलिथिन के उपयोग को पूर्णत: प्रतिबंधित कर दिया गया है। हमारे देश में भी पॉलिथिन के उपयोग को प्रतिबंधित किया जा रहा है और इसी क्रम में उज्जैन के साथ-साथ देश के कई बड़े शहरों में प्लास्टिक की थैलियों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। विद्यार्थी पर्यारण रक्षा सन्देश के अच्छे संवाहक बन सकते हैं। वे स्वयं जब बाजार जायें तो अपने साथ कपड़े से बनी थैली ले जाने की अच्छी आदत डालें और अपने आस पास उपयोग में ली जा रही प्लास्टिक की थैलियों के उपयोगकर्ताओं को भी ऐसा करने से विनम्रतापूर्वक रोकें। विद्यार्थी अपनी विनम्र अपील से पर्यावरण रक्षा सन्देश के अच्छे संवाहक सिद्ध हो सकते हैं। ‘मिल बांचे मध्य प्रदेश’ कार्यक्रम के अंतर्गत शा. माध्यमिक विद्यालय भैरवगढ़ के बच्चों से सहज संवाद करते हुए कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने आज विद्यार्थियों को पर्यावरण सुरक्षा के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियाँ दीं ।
कलेक्टर श्री सिंह ने विद्यार्थियों से खेती – किसानी के तरीकों, अच्छे और खराब बीज की पहचान की विधि और उर्वरकों के प्रकार से संबंधित प्रश्न पूछते हुए बच्चों से प्राप्त उत्तरों से ही अपना संवाद प्रारंभ किया और बातों ही बातों में बड़ी सहजता से उन्हें रासायनिक खाद के उपयोग से उपजाऊ भूमि की उर्वरा शक्ति को होने वाले नुकसान और जैविक खाद के फायदों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियाँ भी दीं। उन्होंने बताया कि कैसे रासायनिक खाद से उन्नत अनाज धीरे-धीरे हमारे स्वास्थ्य पर विपरीत असर डालते हैं और घातक रोगों का कारण बनते हैं। श्री सिंह ने बच्चों को अपने आसपास की स्वच्छता और स्वयं की आदतों में सुधार कर खुद भी स्वस्थ रहने की समझाइश दी।
‘मिल बांचे कार्यक्रम’ में धन्वतरि आयुर्वेद महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. रामतीर्थ शर्मा ने विद्यार्थियों को संविधान निर्माता डॉ भीमराव अम्बेडकर के संघर्ष पूर्ण जीवन की कहानी विस्तार से सुनाई और आजाद भारत के निर्माण में डॉ. भीमराव अम्बेडकर भी महती भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने बच्चों को छूआछूत की भावना से दूर रहकर कर सामाजिक समरसता से मिल-जुल कर रहने की शिक्षा दी। प्राथमिक विद्यालय के प्रधान अध्यापक श्री रमेशचन्द्र मंदोरिया ने डॉ. अम्बेडकर के जीवन पर उनके द्वारा रचित कविता बच्चों को सुनाई। वास्तुविद श्री रवि मंदोरिया, सुश्री हिमानी ने भी बच्चों से संवाद किया। ग्रामीण स्वास्थ्य की कार्यक्रम अधिकारी सुश्री शर्वरी ने बच्चों के साथ रोचक खेल गतिविधियों के माध्यम से संवाद स्थापित किया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में कलेक्टर श्री मनीष सिंह तथा सहायक संचालक शिक्षा श्री अभय तोमर ने माँ सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित किया तथा पुष्प अर्पित किए। श्री रमेश मंदोरिया ने सरस्वती वन्दना प्रस्तुत की। शा.उ.मा.वि की प्राचार्य सुश्री तनवीरजहाँ खान ने कलेक्टर श्री सिंह तथा सहायक संचालक श्री तोमर का पुष्पगुच्छ से स्वागत किया। विद्यालय परिसर में कक्षा आठवीं की छात्राओं कु. रचना लखन चौहान, कु. रचना संतोष चौहान और छात्र रामपाल गुर्जर ने कलेक्टर श्री सिंह और सहायक संचालक श्री तोमर को तिलक लगाया। स्कूली विद्यार्थियों ने उपस्थित अतिथियों को स्वामी विवेकानन्द पर आधारित पुस्तकें भेंट कीं। कार्यक्रम के अंत में प्रचार्य सुश्री खान ने उपस्थितों का आभार माना । राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
विद्यालय परिसर तथा मध्याह्न भोजन व्यवस्था का निरीक्षण
मिल बांचे मध्यप्रदेश कार्यक्रम में शामिल होने आए कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने सम्पूर्ण विद्यालय परिसर का निरीक्षण कर छात्र-छात्राओं के दी जाने वाली सुविधाओं, पेयजल व्यवस्था, प्रसाधन व्यवस्था आदि की जानकारी प्राप्त की । श्री सिंह ने विद्यार्थियों को प्रतिदिन दिए जाने वाले मध्याह्न भोजन की जानकारी प्राप्त की तथा कार्यक्रम उपरान्त दिए जाने वाले भोजन की जांच भी की।
मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्य का निरीक्षण
कलेक्टर श्री मनीषसिंह ने विद्यालय परिसर में बी.एल.ओ. श्रीमती ममता मालवीय तथा श्रीमती नवदुर्गा चौधरी द्वारा किए जा रहे मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्य की जानकारी प्राप्त की तथा सूची संशोधन संबंधी प्राप्त आवेदनों का अवलोकन किया।
कार्यक्रम में विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाएं तथा बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थी।