खनिज पदार्थों के खनन कार्यों के लिये 5 वर्षीय कार्य-योजना तैयार
उज्जैन । प्रदेश में खनिज पदार्थों की उपलब्धता, गुणवत्ता और खनन कार्य के लिये 5 वर्ष की कार्य-योजना तैयार कर ली गई है। इसके प्रभावी ढंग से क्रियान्वयन में जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इण्डिया तथा अन्य एजेन्सियों की मदद ली जाएगी। यह जानकारी प्रमुख सचिव भौमिकी एवं खनिज साधन श्री नीरज मंडलोई ने दी है।
प्रमुख सचिव श्री मण्डलोई ने कहा कि वर्ष 2015 के बाद खनिज नीति में आए परिवर्तन के अनुसार राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में उपलब्ध खनिज के लिये ओपन टेण्डर की प्रक्रिया प्रारम्भ की गई है। इस प्रक्रिया की सफलता के लिये आवश्यक है कि विभाग के पास प्रदेश में खनिज की उपलब्धता का सटीक आंकड़ा उपलब्ध हो। तभी प्रदेश सरकार अधिकतम मूल्य वसूल सकेगी। उन्होंने कहा कि जियोलॉजिकल सर्वे आफ इंडिया सहित अन्य शासकीय एजेन्सी सर्वे कर भू-गर्भ में खनिजों की मात्रा और क्षेत्र बताते है। इन आंकड़ों का उपयोग सरकार कर रही है। इनकी क्वालिटी, क्वांटिटी और इफिसियेन्सी बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इस कार्य में आउट सोर्स एजेन्सियों की मदद लेने पर भी राज्य सरकार द्वारा विचार किया जा रहा है। इससे प्रदेश में उपलब्ध भू-सम्पदा का सही और बेहतर उपयोग सुनिश्चित हो सकेगा। उन्होंने राज्यस्तरीय भू-वैज्ञानिक कार्यक्रम मण्डल के सभी सदस्यों के कार्यो और प्रयासों की सराहना की।